गाना रिकॅार्ड कर भेजेंगे संगीत छात्र, खिलाड़ी भी कैमरे के सामने दिखाएंगे दांव-पेंच

लॉकडाउन के बीच नतीजों की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए विभिन्न विश्वविद्यालयों द्वारा कई तरह के प्रयोग किए जा रहे हैं। संगीत तथा खेल संबंधित पाठ्यक्रम में एक बड़ा हिस्सा प्रायोगिक कार्य का होता है। छात्रों के लिए शैक्षणिक संस्थान अभी बंद हैं। ऐसे में अगर छात्रों को लिखित परीक्षा के आधार पर ही उत्तीर्ण कर दिया जाता है तो नतीजों के प्रभावित होने की आशंका है।;

Update: 2021-05-29 00:29 GMT

लॉकडाउन के बीच नतीजों की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए विभिन्न विश्वविद्यालयों द्वारा कई तरह के प्रयोग किए जा रहे हैं। संगीत तथा खेल संबंधित पाठ्यक्रम में एक बड़ा हिस्सा प्रायोगिक कार्य का होता है। छात्रों के लिए शैक्षणिक संस्थान अभी बंद हैं। ऐसे में अगर छात्रों को लिखित परीक्षा के आधार पर ही उत्तीर्ण कर दिया जाता है तो नतीजों के प्रभावित होने की आशंका है। इसीलिए शैक्षणिक संस्थानों द्वारा छात्रों को क्रियाशील बनाए रखने और पढ़ाई के प्रति प्रेरित करने के लिए संचार माध्यमों का सहारा ले रहे हैं।

ऑनलाइन माध्यम से होने वाली इन परीक्षाओं की पूरी तैयारी की जा चुकी है। चूंकि अधिकतर छात्र पहली बार इस तरह की चीजों का सामना कर रहे हैं इसलिए परीक्षाओं से पहले मॉक टेस्ट भी लिया गया है। यदि किसी छात्र को इस दौरान कोई दिक्कत आ रही है तो वे कॉलेजों से संपर्क कर सकते हैं। शिक्षकों द्वारा पीडीएफ बनाने के साथ ही वीडियो बनाने में भी सहयोग प्रदान किया जा रहा है। इससे जुड़ी सभी जानकारियां शिक्षक अपने छात्रों से साझा कर रहे हैं।

शास्त्रीय गायन से लेकर सितार, तबला तक की परीक्षाएं

इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ द्वारा भी परीक्षाएं प्रारंभ कर दी गई हैं। कमला देवी संगीत महाविद्यालय सहित अन्य संगीत संस्थानों के छात्र इसमें शामिल हो रहे हैं। संगीत के विभिन्न विषयों जैसे शास्त्रीय गायन, बेला, सितार, तबला, सुगम संगीत, लोकसंगीत, कत्थक नृत्य की वार्षिक और सेमेस्टर स्तर की डिप्लोमा और स्नातक-स्नातकोत्तर डिग्री की परीक्षाएं 27 मई से प्रारंभ हो गई हैं। परीक्षार्थियों को निर्देश दिए गए हैं कि लिखित परीक्षाओं की उत्तरपुस्तिका का पीडीएफ भेजें। इसी तरह प्रायोगिक परीक्षाओं के अंतर्गत वीडियो भेजना होगा। गायन संबंधित परीक्षाओं में गाना गाते हुए और वादन संबंधित विषयों में वाद्य यंत्र बजाते हुए वीडियो भेजने होंगे।

रहना होगा फिट

पं. रविशंकर शुक्ल विवि द्वारा बीपीएड और एमपीएड की समय-सारिणी पहले ही जारी की जा चुकी है। इनकी प्रायोगिक परीक्षाएं अब तक नहीं ली जा सकी हैं। ऐसे में रविवि के शारीरिक शिक्षा विभाग द्वारा फैसला लिया गया है कि इन छात्रों को ऑनलाइन मोड में प्रैक्टिकल एग्जाम दिलाने होंगे। वीडियो कॉलिंग के जरिए परीक्षक और विद्यार्थी आपस में जुड़ेंगे। प्राध्यापक द्वारा छात्रों से खेल संबंधित नियम व अन्य शारीरिक गतिविधियों से जुड़े सवाल पूछे जाएंगे। कैमरे के सामने ही छात्रों को शारीरिक गतिविधियां दिखानी होंगी।


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