पीएससी में ऐसा भी, 30 अंकों की परीक्षा में दे दिए 75 नंबर
राज्य में पिछले कुछ दिनों से भर्ती प्रक्रिया को लेकर विभिन्न आरोपों का सामना कर रहा पीएससी एक बार फिर चर्चा में आ गया है। मामला उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत मनोविज्ञान के सहायक प्राध्यापक भर्ती परीक्षा का है। लोक सेवा आयोग द्वारा 8 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मंगाए गए थे।;
राज्य में पिछले कुछ दिनों से भर्ती प्रक्रिया को लेकर विभिन्न आरोपों का सामना कर रहा पीएससी एक बार फिर चर्चा में आ गया है। मामला उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत मनोविज्ञान के सहायक प्राध्यापक भर्ती परीक्षा का है। लोक सेवा आयोग द्वारा 8 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मंगाए गए थे। इसके लिए 45 कैंडिडेट्स ने आवेदन किए। चूकि आवेदन करने वालों की संख्या कम थी इसलिए सभी को लिखित परीक्षा लेने के स्थान पर सभी को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया।
45 अभ्यर्थियों में से 9 जरूरी दस्तावेज पेश नहीं कर सकें जिसके चलते उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया। वहीं 19 कैंडिडेट्स अनुपस्थित रहे। आवेदनकर्ताओं में से 17 को पीएससी ने साक्षात्कार के लिए बुलाया। इंटरव्यू का आयोजन 11 फरवरी को किया गया था। इस दिन ही नतीजे जारी कर दिए गए हैं। सभी कैंडिडेट्स को साक्षात्कार में प्रदान किए गए अंक पीएससी ने अपने आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड कर दिए हैं।
नहीं मिली सूचना
अभ्यर्थियों का कहना है कि जब लोक सेवा आयोग ने मनोविज्ञान के सहायक प्राध्यापक भर्ती परीक्षा के लिए विज्ञापन निकाला था। उनमें यह बात स्पष्ट रूप से कही गई थी कि साक्षात्कार 30 अंकों का होगा। यदि साक्षात्कार के अंक पीएससी द्वारा बढ़ा दिए गए हैं तो इस संदर्भ में किसी भी तरह की अधिसूचना ना तो वेबसाइट पर डाली गई और ना ही कैंडिडेट्स को ही कोई जानकारी दी गई। परिणाम घोषित होने के पश्चात पीएससी के अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन संपर्क नहीं हो पाया।