RRB NTPC Phase 6 CBT Exam 2021: बिहार में परीक्षा केंद्र बनाने को लेकर अभ्यर्थियों ने की ऐसी मांग, रेल मंत्रालय को भेजा पत्र
एक से लेकर 8 अप्रैल के बीच होगी परीक्षा। रेल मंत्रालय ने बिहार समेत दूसरे राज्यों में बनाये 46 से ज्यादा केंद्र।;
रेलवे ने एनटीपीसी की परीक्षा को लेकर को लेकर प्रवेश पत्र जारी कर दिये हैं, लेकिन दूसरे राज्यों में (Exam Center) एग्जाम सेंटर बनाने से उम्मीदवार खासें नाराज है। उन्होंने इसका विरोध भी शुरू कर दिया है। परीक्षा के अभ्यर्थियों ने रेल मंत्रालयों (Railway Ministery) को एक पत्र भी लिखा है। जिसमें उन्होंने कहा कि जहां एक तरफ कोरोना का खतरा एक बार फिर से बढ़ रहा है। वहीं रेलवे ने परीक्षा के लिए दूसरे राज्यों में केंद्र बनाये हैं। जहां जाने में परेशानी होगी। साथ ही कोरोना संक्रमित होने का खतरा भी बढ़ जाएगा। ऐसे में उम्मीदवारों ने रेलवे से जल्द से जल्द राज्य में ही परीक्षा केंद्र बनाने की मांग की है।
1 से 8 अप्रैल के बीच होनी है परीक्षा
दरअसल, रेलवे के एनटीपीसी (NTPC) के छठे चरण की परीक्षा 1 अप्रैल से लेकर 8 अप्रैल के बीच होगी। परीक्षा में बैठने के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों के (Railway Exam) रेलवे ने प्रवेश पत्र भी जारी कर दिये हैं, लेकिन इन प्रवेश पत्रों को देखकर उम्मीदवार नाराज हो गये हैं। साथ ही इसका विरोध कर रहे हैं। इसकी वजह रेलवे द्वारा बिहार के साथ ही दूसरे राज्यों में परीक्षा केंद्र बनाना है। उम्मीदवारों की मांग है कि परीक्षा केंद्र अपने ही राज्य में यानि बिहार में बनाये जाये। उनका कहना है कि इस समय में एक बार फिर से कोरोना की लहर चल पड़ी है। ऐसे में दूसरे राज्यों में जाना सही नहीं है। इसे परीक्षा देने जाने के दौरान कोरोना संक्रमित हो जाते हैं तो इसका जिम्मेदार कौन होगा।
रेल मंत्रालय को लिखी चिट्ठी
उम्मीदवारों ने रेल मंत्रालय को चिट्ठी लिखी है। इसमें उन्होंने लिखा है कि कोरोना का खतरा एक बार फिर से बढ़ रहा है। ऐसे में दूसरे राज्यों में परीक्षा देने जाना खतरे से खाली नहीं है। इससे कोरोना संक्रमण फैल सकता है। जिसकी चपेट में उम्मीदवार आ सकते हैं। ऐसे में रेल मंत्रालय को देरी न करते हुए राज्य में ही परीक्षा केंद्र बनाने की तैयारी की जानी चाहिए। बता दें कि RRB-NTPC:2021 के पदों के लिए परीक्षा कप्यूटर बेस्ड है। इसका छठवां चरण है। यह परीक्षा 1 अप्रैल से शुरू होगी। जो अंतिम तक पूरी कर ली जाएगी। साथ ही इस परीक्षा में 6 लाख से भी ज्यादा अभ्यर्थियों के बैठने की संभावना है। वहीं आशंका जताई जा रही है कि जो भी अभ्यार्थी बचेंगे। उन्हें अंतिम चरण में मौका दिया जा सकता है।