भारत के टाॅप 10 विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए तय किए गए ये पैमाने

भारत के शीर्ष 10 विश्वविद्यालयों में इस वर्ष प्रवेश प्रक्रिया कठिन कर दी गई है। इस साल प्रवेश लेने की सोच रहे हैं तो नए नियम पढ़ लें।;

Update: 2020-06-29 11:07 GMT

भारत के शीर्ष 10 विश्वविद्यालयों में अध्ययन करना चाहते हैं उनके लिए इस वर्ष प्रवेश प्रक्रिया पिछले साल के मुकाबले कठिन हो गई है। कोरोना के कहर के कारण छात्रों ने विदेश जाने की योजना को कैंसल कर दिया है। इन सारी चीजों का प्रभाव भारत के शीर्ष विश्वविद्यालयों की प्रवेश प्रक्रिया पर पडने वाला है। क्योंकि जो छात्र विदेश में अध्ययन करने की सोच रहे थें वे कोरोना के कारण विदेश में नहीं जायेंगे। ऐसे में चाहे प्रवेश, प्राप्तांकों के प्रतिशत के आधार पर हो या प्रवेश परीक्षा के माध्यम से हो, छात्रों को कठिनाई का सामना करना पडेगा। वहीं कोरोना के कारण भारत में स्नातक-स्नातकोत्तर की पढ़ाई काफी देर से शुरू होगी। विश्वविद्यालयों में सितंबर से नए शैक्षिक सत्र की शुरूआत होगी।

भारत के दस शीर्ष विश्वविद्यालयों में प्रवेश के नियम

1. भारतीय विज्ञान संस्थानः स्नातक के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। फाॅर्म भरने की अंतिम तारीख 30 जून है। प्रवेश परीक्षा में प्राप्तांकों के आधार चयन किया जायेगा। जेईई, एनईईटी, केवीपीवाई को भी इसी में सम्मिलित किया गया है। कोरोना के कारण सभी का ऑनलाइन इंटरव्यू लिया जायेगा। 12वीं कक्षा में छात्र के 60 प्रतिशत अंकों का होना जरूरी है। आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए मैरिट में छूट दी जायेगी। फाॅर्म भारतीय विज्ञान संस्थान की आधिकारिक वेबसाइट पर भरे जा रहे हैं। अनारक्षित श्रेणी के छात्रों के लिए आवेदन शुल्क 800 रुपये देना होगा। आरक्षण प्राप्त छात्रों को 400 रुपये आवेदन फीस देनी होगी। विदेशी छात्रों को  आवेदन शुल्क के रूप में 2000 हजार रुपये देने होंगे। 

2. जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालयः जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में प्रवेश पाने के लिए सीबीटी की परीक्षा देनी होती है। एमफिल और पीएचडी की पढाई इस विश्वविद्यालय से करने के लिए वाइवा-वाॅयस की परीक्षा देनी होती है। जेएनयू प्रवेश परीक्षा और जैव प्रौद्योगिकी की संयुक्त परीक्षा का आयोजन एनटीए द्वारा किया जाता है। जेएनयू प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन 30 जुलाई तक होंगे।

3. बनारस हिंदू विश्वविद्यालय: स्नातक और स्नातकोत्तर की कक्षाओं मे प्रवेश परीक्षा का आयोजन यूईटी और पीईटी करवाते हैं। एमबीए की डिग्री के लिए अभ्यर्थियों को कैट देना होता है। प्रवेश परीक्षा का आयोजन मई में होनी थी लेकिन कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे के कारण परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया है।

इसके अलावा अमृता विश्व विद्यापीठम, जादवपुर विश्वविद्यालय, हैदराबाद विश्वविद्यालय, कोलकाता विश्वविद्यालय, उच्च शिक्षा अकादमी मणिपाल, सावित्री वाई फुले पूना विश्वविद्यालय और जामिया मिलिया इस्लामिया में भी प्रवेश से जुड़े नियम बदले गए हैं। 


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