UP के इस लाल ने UPSC परीक्षा में लहराया परचन, बहन IFS और जीजा IAS ऑफिसर
Motivational Story: यूपी के रायबरेली में रहने वाले अरनव ने देश की सबसे प्रतिष्ठित भारतीय प्रशासनिक सेवा 2021 परीक्षा में चयनित होकर जिले का नाम रोशन किया है। इनके परिवार के और भी सदस्य हैं प्रेरणा के स्रोत।;
Success Mantra: उत्तर प्रदेश के रायबरेली में रहने वाले अरनव ने देश की सबसे प्रतिष्ठित भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस - UPSC Civil Services Exam ) 2021 परीक्षा में बाजी मारकर परिवार के साथ ही पूरे प्रदेश का नाम रोशन किया है। सोमवार को यूपीएससी ने सिविल सेवा परीक्षा 2021 की रिजर्व लिस्ट जारी की थी। रिजर्व लिस्ट के अनुसार 63 और उम्मीदवारों के नामों की सिफ़ारिश की गई है। इसमें से एक अरनव मिश्रा का नाम भी शामिल है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अरनव के पिता व वरिष्ठ अधिवक्ता अजय मिश्रा ने बताया कि उनके पुत्र का चयन आईएएस के पद पर हुआ है। अरनव ने इस उपलब्धि से परिवार के साथ ही पूरे जिले को गौरवान्वित किया है।अरनव ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा शहर के सेंट पीटर्स स्कूल और एसजेएस से पूरी की थी। उसके बाद उन्होंने आईआईटी जोधपुर से इंजीनियरिंग करने के बाद कुछ समय इंजीनियर के पद पर नौकरी भी की। इन सबके बीच उन्होंने देश की सेवा के लिए आईएएस परीक्षा में शामिल होने का निर्णय लिया।
उस दौरान उनके लिए सबसे बड़ी प्रेरणा की स्रोत उनकी बहन आरुषि मिश्रा रही। अरनव ने एक इंटरव्यू में बताया कि कड़ी मेहनत, आत्मवश्विास, लगन और बड़ों के आशीर्वाद के कारण उन्होंने यह मुकाम हासिल किया है। अरनव ने अपनी कामयाबी का श्रेय अपने माता-पिता के अलावा अपनी बड़ी बहन और जीजा को भी दिया है।
गौरतलब है कि अरनव की बहन आरुषि ने भी भारतीय वन सेवा, आईएएस और उत्तर प्रदेश लोक सेवा में चयनित होकर जिले का नाम रोशन किया था। आरुषि और उसके पति चर्चित गौड़ यूपी कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। आरुषि ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2019 में 229 वी रैंक हासिल की थी। इससे पहुले उन्होंने भारतीय वन सेवा परीक्षा-2018 में देश में दूसरा स्थान पाकर जिले को गौरवान्वित किया था। वर्ष 2017 में यूपी पीसीएस परीक्षा में डिप्टी एसपी के पद पर भी उनका चयन हुआ था।
बता दें कि UPSC Civil Services परीक्षा 2021 का फाइनल रिजल्ट 30 मई, 2022 को घोषित किया गया था, जिसमें 749 रिक्तियों के खिलाफ आईएएस (IAS), आईएफएस (IFS), आईपीएस (IPS) समेत विभिन्न सिविल सर्विसेज के लिए 685 उम्मीदवारों की सिफारिश की गई थी।