संपन्न हुई UPSSSC PET परीक्षा, जानें कैसा रहा पेपर और छात्रों की प्रतिक्रिया
UPSSSC PET परीक्षा संपन्न होने के बाद छात्रों के रिएक्शन सामने आने लगे हैं। इस परीक्षा में 100 सवाल पूछे गए थ। पेपर गणित, भाषा और जनरल स्टडीज से सवालों पर अधारित था। नीचे देखें कैसा था Question Paper।;
UPSSSC PET: उत्तर प्रदेश Subordinate Service Selection Commission की ओर से प्रिलिमनरी एग्जामिनेशन टेस्ट यानी UP PET 2022 परीक्षा कल संपन्न हो गई है। यह परीक्षा 15 और 16 अक्टूबर को आयोजित कराई गई थी। परीक्षा खत्म होते ही सोशल मीडिया पर स्टूडेंट्स के रिएक्शन के बौछार लगने लगे हैं। बता दें कि UP PET के इस एग्जाम के लिए करीब 37 लाख से ज्यादा उम्मीदवारों ने आवेदन किया है। लेकिन इस साल के UP PET परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवारों को परीक्षा केंद्र पर पहुंचने के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
UPSSSC की ओर से जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक परीक्षा में सुरक्षा के लिए STF की टीम तैनाती की गई थी। इस बीच परीक्षा में सेंधमारी करने पहुंचे करीब 23 सॉल्वर को यूपी एसटीएफ की टीम ने गिरफ्तार किया है। परीक्षा संपन्न होने के बाद पेपर को लेकर छात्रों की प्रतिक्रियाएं सामने आने लगे हैं। हालांकि ज्यादातर छात्रों ने पेपर के रिएक्शन पर खराब व्यवस्था को लेकर ही सोशल मीडिया पर ट्वीट किया हैं।
मालूम हो की यह परीक्षा यूपीएसएसएससी की ओर से आयोजित की गई है। इस परीक्षा में कुल 100 सवाल पूछे गए थे। पेपर में जनरल स्टडीज, भाषा और गणित से सवाल पूछे गए थे। लगभग सभी सेट में गणित के 25 सवालों में से लगभग 5-6 सवाल डाटा इंटरप्रिटेशन के थे।
छात्रों के अनुसार गणित के प्रश्न थोड़े कठिन थे। वहीं, छात्रों ने हिन्दी और करेंट अफेयर्स के प्रश्न को सरल बताया है। हालांकि Question Paper में करेंट अफेयर्स के सवाल ज्यादा पूछे गए थे। वहीं कुछ छात्रों का कहना है कि डाटा इंटरप्रिटेशन को छोड़कर गणित के दूसरे सभी प्रश्न सामान्य थे।
इन सब के बीच बड़ी बात यह है कि यूपी पीईटी परीक्षा देने के लिए घर से निकले छात्रों को परीक्षा केंद्र तक पहुंचने के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। अब परीक्षार्थी सोशल मीडिया पर यूपी सरकार खराब व्यवस्था पर को घेरते नजर आ रहे है। छात्रों का कहना है कि सरकार के फ्री यातायात के सभी दावे झूठे थे, उन्हें ना तो फ्री यातायात की सुविधा मिली ना ही एग्जाम सेंटर पर कोई राहत शिविर लगाए गए थे।