बैजल ने कोरोना महामारी पर समीक्षा बैठक में दिए नए निर्देश

नई दिल्ली में कोरोना महामारी को लेकर वर्तमान हालात और आने वाले दिनों की चुनौतियों को लेकर उपराज्यपाल अनिल बैजल ने गुरूवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित अन्य के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में बैजल को दिल्ली सरकार ने अभी तक उठाए गए व अगले कदमों की जानकारी दी।;

Update: 2020-03-20 02:44 GMT

नई दिल्ली में कोरोना महामारी को लेकर वर्तमान हालात और आने वाले दिनों की चुनौतियों को लेकर उपराज्यपाल अनिल बैजल ने गुरूवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित अन्य के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में बैजल को दिल्ली सरकार ने अभी तक उठाए गए व अगले कदमों की जानकारी दी।

उपराज्यपाल ने लोगों से अपील की है जहां तक हो सके अपने घरों में रहे। उन्होंने दिल्ली सरकार को निर्देंश दिया की सार्वजनिक स्थानों मॉल, कोर्ट,कार्यालय, होटल, अस्पताल, आवासीय परिसर आदि में थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था अनिवार्य हो। इसके अलावा उपराज्यपाल ने कई निर्देंश दिए जैसे लोगों के घरों के नजदीक दैनिक उपयोग की आवश्यक वस्तुओं के लिए मोबाइल वैन का प्रावधान हो। होम कोरेन्टाइन की स्थितियों को सख्ती से पालन करवाए।

उन्होंने बैठक में निर्णय लिया गया कि दिल्ली सरकार के सभी विभागों, स्वायत्त निकायों,सार्वजनिक उपक्रमों को आवश्यक एवं गैर-आवश्यक विभागों में बांटा जाए। जिसके तहत सभी गैर-आवश्यक गतिविधियों को निलंबित रखा जाए। लेकिन जरूरत पड़ने पर सभी कर्मचारी घर से कार्य कर सके इसके लिए टेलिफोन और आनलाइन सेवाएं उपलब्ध करवाएं। उन्होंने कहा कि संदिग्ध कोरोना मरीज के हाथ पर मोहर लगाई जाए। होम कोरेन्टाइन के पड़ोसियों को सतर्कता बरतने को कहा जाए।

दिल्ली महामारी रोग, कोविड-19 विनियम, 2020 के नियमन-18 के तहत निर्धारित आइपीसी की धारा 188 के तहत होम क्वारंटाइन लोगों के द्वारा शर्तों का उल्लघंन करने पर एफआईआर दर्ज होगी। निजी क्षेत्र के कर्मचारियों को जहां तक संभव हो घर से कार्य करने की सलाह दी जाए।

सम्पर्क रहित डिजिटल लेनदेन (यूपीआई आदि) को बढ़ावा दिया जाए। आपातकालीन स्थिति को छोड़कर विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिक, उक्त रक्तचाप, मधुमेह, सांस की बीमारियों व दिल की बामारियों से पीड़ित लोग, गर्भवती महिलाएं एवं छोटे बच्चों को घर पर ही रखा जाए।

ट्रैफिक पुलिस द्वारा सांस विशेलष परीक्षण को रोका जाए। कोरेन्टाइन लोग जोकि अपने खर्चें पर होटल के कमरों में रह रहे हैं उनके लिए टैक्स में छूट दी जाए। सार्वजनिक स्थानों पर थूकने पर सख्त जुर्माना और सजा कार प्रावधान किया जाए। सरकारी और निजी क्षेत्र में आइसीयू,बेड और वेंटिलेटर की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए एसओपी बनाया जाए।

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