चाकू की नोंक पर फोटोग्राफर को कार में बनाया बंधक
नई दिल्ली के जीटीबी एंक्लेव थाना इलाके में चार बदमाशों ने चाकू की नोंक पर एक फोटोग्राफर को उनकी कार में ही बंधक बना लिया। बदमाशों ने उनकी जेब से रुपये, फोन व दो एटीएम कार्ड भी निकाले। बाद में आरोपियों ने उनके हाथ-पैर बांधकर उन्हें करीब 20 किलोमीटर दूर लोनी के ट्रोनिका सिटी के जंगल में फेंका। इसके बाद आरोपी उनकी कार लेकर मौके से फरार हो गए। पुलिस ने सतबीर सिंह (42) की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है।;
नई दिल्ली के जीटीबी एंक्लेव थाना इलाके में चार बदमाशों ने चाकू की नोंक पर एक फोटोग्राफर को उनकी कार में ही बंधक बना लिया। बदमाशों ने उनकी जेब से रुपये, फोन व दो एटीएम कार्ड भी निकाले। बाद में आरोपियों ने उनके हाथ-पैर बांधकर उन्हें करीब 20 किलोमीटर दूर लोनी के ट्रोनिका सिटी के जंगल में फेंका। इसके बाद आरोपी उनकी कार लेकर मौके से फरार हो गए। पुलिस ने सतबीर सिंह (42) की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक, सतबीर सिंह, भोपुरा स्थित डीएलएफ कॉलोनी, साहिबाबाद इलाके में सपरिवार रहते है। वह और उनका बेटा प्रिंस शादी-विवाह में फोटाग्राफी का काम करते हैं। बुधवार को वह अपने बेटे के साथ छतरपुर एक शादी में फोटोग्राफी करने गए थे। दुल्हन की फोटो खीचने के बाद उनका बेटा चला गया। बाद में वह अपनी कार से घर आने लगे। जैसे ही जीटीबी एंक्लेव स्थित दामोदर पार्क के पास पहुंचे तो वह कार को सड़क किनारे खड़ी करके आराम करने लगे। इस दौरान कार के सभी शीशे खुले हुए थे। तभी चारों बदमाश कार में घुसे और उन्हें चाकू की नोंक पर बंधक बना लिया। बदमाशों ने उनके हाथ-पैर बांधकर पीछे की सीट पर लेटा दिया। बदमाशों ने उनकी जेब से करीब 11 हजार रुपये नकदी, मोबाइल फोन व दो एटीएम कार्ड भी निकाले। इसके बाद बदमाशों ने उन्हें ट्रोनिका सिटी के जंगल में फेंक दिया और वह कार लेकर भाग गए।
ट्रोनिका सिटी थाने पहुंचे थे सतबीर
बदमाशों के जाने के बाद सतबीर ने किसी तरह अपने आप को खोला और वह ऑटो लेकर ट्रोनिका सिटी थाने पहुंचे। उन्होंने पूरी आप बीती पुलिसकर्मियों को बताई। मामला शाहदरा जिले के जीटीबी एंक्लेव का होने की वजह से ट्रोनिका सिटी थाना पुलिस ने मामले की सूचना जीटीबी एंक्लेव पुलिस को दी। पुलिस घटना स्थल की सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।
नकाबपोश नहीं थे चार बदमाश
सतबीर ने बताया कि चारों बदमाशों ने अपने मुंह को ढका हुआ नहीं था। उन्होंने सभी आरोपियों के चेहरों को देखा है। चारों उनके सामने आ जाये तो वह उन्हें आसानी से पहचान लेंगे। वहीं, उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने बेटे को फोन भी किया था। पिता की दबी आवाज सुनकर प्रिंस को भी पता चल गया कि उसके पिता का अपहरण हो गया है। इसके बाद प्रिंस ने पुलिस को सूचना दी, लेकिन इससे पहले बदमाश गाजियाबाद पहुंच चुके थे।