केजरीवाल बोले: CCTV कैमरों की तर्ज पर पूरी दिल्ली में लगेंगी स्ट्रीट लाइट, तीन निजी कंपनियों को दी जिम्मेदारी

सीएम केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने बताया कि हर स्ट्रीट लाइट (Street Light) में एक सेंसर (Sensor) लगा होगा, जो सूर्यास्त होते ही इसे प्रज्वलित कर देगा। स्ट्रीट लाइटों को सीसीटीवी कैमरों (CCTV Camera) की तर्ज पर लगाया जाएगा। केजरीवाल ने कहा कि यह योजना एक नवंबर (1 November) से शुरू होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि दिल्ली में कई ऐसी कच्ची कॉलोनियां है जहां डार्क स्पॉर्ट (Dark Spot) जगह की वजह से महिला क्राइम ज्यादा हो रहा है।;

Update: 2019-09-24 01:50 GMT

दिल्ली की महिलाओं की सुरक्षा (Women Security) सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली सरकार (Delhi Govt) दिल्ली के अंधेरे वाले स्थानों पर प्रकाश के लिए दो लाख से अधिक स्ट्रीट लाइट (Streel Light) लगाएगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने सोमवार को प्रेसवार्ता में बताया कि दिल्ली में मुख्यमंत्री स्ट्रीट लाइट योजना लागू की जाएगी।

उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत 2.1 लाख स्ट्रीट लाइट्स दिल्ली में लगाई जाएंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्ट्रीट लाइट लगाने की जिम्मेदारी शहर में बिजली वितरण करने वाली तीनों निजी कंपनियों (डिस्कॉम) की होगी। हर कंपनी 70,000 स्ट्रीट लाइट लगाएगी।

उन्होंने कहा कि हर स्ट्रीट लाइट में एक सेंसर लगा होगा, जो सूर्यास्त होते ही इसे प्रज्वलित कर देगा। स्ट्रीट लाइटों को सीसीटीवी कैमरों की तर्ज पर लगाया जाएगा। केजरीवाल ने कहा कि यह योजना एक नवंबर से शुरू होने की संभावना है। मुख्यमंत्री ने बताया कि दिल्ली में कई ऐसी कच्ची कॉलोनियां है जहां डार्क स्पॉर्ट जगह की वजह से महिला क्राइम ज्यादा हो रहा है।

उन्होंने कहा अगर हम इन डार्क स्पॉर्ट को कवर कर लेंगे और सीसीटीवी कैमरा लग जाएंगे तो महिला अपराध में कमी आएंगी। उन्होंने कहा अगले एक महीने में हम सर्वे कर रहे हैं। सर्वे करने के बाद हम उन जगहों को चिन्हित कर लाइटें लगाने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि एक बार दिल्ली में डार्क स्पॉर्ट कवर हो जाता है तो काफी अच्छा होगा। उन्होंने कहा पहले लाइटें लगवाने के लिए एमसीडी के पास जाना होता था अब दिल्ली सरकार खुद लाइटें लगवाएंगी।

विधायक की अनुमति से लोग लगवा सकते हैं लाइट

मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्र के लोग अपने सुविधानुसार अपने इलाके में जहां अंधेरा रहता है, तो उसे खत्म करने के लिए विधायक की अनुमति से स्ट्रीट लाइट लगवा सकते हैं। यह स्ट्रीट लाइट 20 से 40 वाट के एलईडी बल्ब होंगे।

उन्होंने आगे कहा कि अगर कोई शख्स अपने घर के समीप लाइट लगवाना चाहता है तो वह क्षेत्र के विधायक से संपर्क कर इसकी मांग कर सकता है। उसके बाद बिजली कंपनियां लाइट लगाएंगी। लाइट का कनेक्शन उसके घर से ही लिया जाएगा। लाइट के एवज में जितनी भी बिजली खपत होगी, वह उस घर के मालिक के बिजली बिल में एडजस्ट कर दिया जाएगा।

योजना में खर्च होंगे करीब 100 करोड़ रुपये

मुख्यमंत्री ने बताया कि स्ट्रीट लाइट योजना में तकरीबन 100 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। स्ट्रीट लाइटों के रखरखाव पर प्रति वर्ष 10 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है जो सरकार वहन करेगी।

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