दिल्ली की शिक्षा पर उंगली उठाकर 16 लाख छात्रों का अपमान न करें शाह: केजरीवाल
आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेसवार्ता में गृहमंत्री अमितशाह को स्कूलों की यात्रा करने के लिए आमंत्रित किया ।;
अमित शाह मुझे या पार्टी को खूब गाली दें, लेकिन दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था पर उंगली उठाकर 16 लाख छात्रों, उनके अभिभावकों और शिक्षकों का अपमान न करें। दिल्ली सरकार के स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था की तारीफ आज देश में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में हो रही है। कोई राज्य सरकार अच्छा काम कर रही है तो केंद्र सरकार को उसकी सराहना करनी चाहिए। सिर्फ चुनावी लाभ लेने के लिए इस तरह की गंदी राजनीति करनी अच्छी बात नहीं है।
ये बातें आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेसवार्ता में कहीं। प्रेसवार्ता में उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को निमंत्रण दिया कि वह दिल्ली सरकार के किसी भी स्कूल में चलें। मैं उन्हें दिखाऊंगा कि स्कूलों में कितना बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि पिछले पांच सालों में दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था में बहुत बड़ा सुधार आया है।
यह सुधार दिल्ली सरकार के स्कूलों में पढ़ने वाले 16 लाख बच्चों, उनके माता-पिताकी और दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले लगभग 65000 अध्यापकों व प्रधानाचार्यों की मेहनत का नतीजा है। उन्होंने कहा कि इनकी मेहनत से ही 12वीं में दिल्ली सरकार के स्कूल का नतीजा 96 प्रतिशत आया, हमारे सरकारी स्कूल के 300 से अधिक बच्चों ने जेईई एंट्रेंस पास किया, 400 से अधिक बच्चों ने आईआईटी का एग्जाम पास किया।
उन्होंने अमित शाह को चुनौती देते हुए कहा कि वह भाजपा शासित किसी एक राज्य में, किसी एक सरकारी स्कूल में सुधार किया है तो दिखा दें। नहीं तो मेरे साथ दिल्ली सरकार के स्कूलों में चलिए। मैं आपको अपने स्कूल के कॉन्फिडेंट छात्रों से मिलवाऊंगा। उनके माता-पिता से मिलवाऊंगा जिनको अपने बच्चों और दिल्ली सरकार की शिक्षा व्यवस्था पर गर्व है। शायद आप में थोड़ी सी सकारात्मकता आ जाए। केजरीवाल ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था पर सकरात्मक राजनीति होनी चाहिए।