पुलिस कर्मी ने शिकायतकर्ता से खर्चे के लिए मांगे पांच हजार रुपये
नई दिल्ली के मानसरोवर पार्क थाना इलाके में चोरी का एक मामला सामने आया है। एक घर से चोरों ने 30 तोले सोने की जूलरी को चुराया। पुलिस ने पीड़ित से खर्चे के लिए पांच हजार रुपए मांगे।;
नई दिल्ली के मानसरोवर पार्क थाना इलाके में गत 27 जनवरी को एक घर से चोरों ने 30 तोले सोने की जूलरी पर हाथ साफ कर दिया। इस पर युवक ने मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने कुलदीप दीक्षित की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया। पुलिस शिकायत के बाद कुलदीप ने आरोपी के बारे में जानकारी जुटाकर पुलिस को दी तो जांच अधिकारी एएसआई संजय जैन ने पीडि़त से खर्चे के लिए पांच हजार रुपए मांग लिए।
मामले में हैरान कर देने वाली बात यह सामने आई की। वारदात को अंजाम कुलदीप की मामी ने दिलवाया था। मामले में अब तक 15 लाख रुपये के माल की रिकवरी हो चुकी है। मामले की जांच के बाद एएसआई अमरोहा से वापस आया और उसने कुलदीप को बताया कि उसकी जूलरी बिक चुकी है, अब कुछ नहीं होगा। इसके बाद पुलिसकर्मी ने उसे पांच हजार रुपये भी लौटा दिए। बाद में कुलदीप ने मामले की शिकायत आला अधिकारियों से की। मामला अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद न सिर्फ एएसआई को फटकार पड़ी, बल्कि उसके खिलाफ जांच कराने की बात भी कही जा रही है।
पुलिस के मुताबिक, कुलदीप, एमएम पार्क इलाके में सपरिवार रहता है। गत 27 जनवरी को उनके घर से करीब 30 तोले सोने की जूलरी के अलावा चांदी की जूलरी व 18 हजार रुपए कैश चोरी हुआ था। वारदात के दौरान वह अपनी बाइक से अपनी पत्नी सोनी के साथ मामी के घर खाने पर गया था। वापस लौटते हुए उनकी बाइक में हवा भी नहीं थी। घर आने के बाद उन्हें पता चला कि उनके घर में चोरी हुई है।
पुलिस ने कुलदीप की शिकायत पर केस तो दर्ज किया, लेकिन जांच खुद पीडि़त को करनी पड़ी। सीसीटीवी फुटेज देखने पर कुलदीप को पता चला कि बाइक की हवा उनके रिश्तेदार के घर के बाहर ही निकाली गई थी। फुटेज में जो लड़का दिखाई दिया था, उसने ही चोरी की वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस ने आरोपी को पड़का और पूछताछ की। पूछताछ के बाद उसने अपना जुर्म कबूल लिया। वहीं दूसरी तरफ, आरोपी ने चोरों के बारे में सुराग भी दिए।
इसके बाद एएसआई ने कुलदीप से खर्चे के लिए पांच हजार रुपये मांगे। अमरोहा से आने के बाद रुपये लौटा दिये और कहा कि चोरों के बारे में कुछ पता नहीं चला। इसके बाद मामले की शिकायत आला अधिकारियों से की गई।