पिता के साथ करते है खेती और EXAM के लिए कहीं से नहीं ली कोचिंग, अब पास कर ली UPSC की परीक्षा

गौतमबुद्ध नगर के चिटेहरा गांव के आलोक कुमार ने यूपीएससी परीक्षा पास की है। किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले आलोक भी पिता के साथ मिलकर खेती करते है। इन्होंने 413वीं रैंक हासिल की है। परीक्षा पास करने के बाद परिवार के साथ गांव के लोगों में खुशी का माहौल है। सीबीएससी में असिस्‍टेंट सेक्‍ट्रेटरी के पद पर नौकरी मिलने के बाद भी उन्होंने ज्वाइन नहीं किया।;

Update: 2022-05-31 09:47 GMT

Civil Sevices Result 2021: गौतमबुद्ध नगर के चिटेहरा गांव के आलोक कुमार ने यूपीएससी (UPSC) परीक्षा पास की है। किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले आलोक भी पिता के साथ मिलकर खेती करते है। इन्होंने 413वीं रैंक हासिल की है। परीक्षा पास करने के बाद परिवार के साथ गांव के लोगों में खुशी का माहौल है। सीबीएससी में असिस्‍टेंट सेक्‍ट्रेटरी के पद पर नौकरी मिलने के बाद भी उन्होंने ज्वाइन नहीं किया। यूपीएससी परीक्षा में कामयाबी मिलने का पूरा विश्वास था।

आलोक कुमार के पिता अजीत सिंह किसान है। परिजनों के मुताबिक, उसकी प्राथमिक शिक्षा गांव में ही हुई है। इटरमीडिएट आलोक ने दादरी के एनटीपीसी स्थित डीपीएस स्‍कूल से की थी। हायर एजूकेशन के लिए उन्होंने दिल्ली का रुख किया। दिल्ली यूनिवर्सिटी के रामजस कॉलेज से बीए ऑनर्स की। उसके बाद दिल्‍ली स्‍कूल ऑफ इकॉनामिक्‍स से उन्होंने इकॉनामिक्‍स की पढ़ाई शुरू की। लेकिन बाद में इन्हें असिस्‍टेंड कमांडेंट की ट्रेनिंग की वजह से पढ़ाई छोड़नी पड़ी। साधारण किसान परिवार में जन्मे आलोक अपने पिता के साथ खेती भी करते हैं। बचपन से होनहार रहे हैं।

2016 में इनका चयन आईटीबीपी में असिस्‍टेंट कमांडेंट के पद पर हुआ। उसके बाद 2021 में इनका सिलेक्शन सीबीएससी में असिस्‍टेंट सेक्‍ट्रेटरी के पद पर भी हुआ। लेकिन उन्‍होंने यहां ज्‍वाइन नहीं किया। आलोक का कहना है कि शुरूआत से ही यूपीएससी की परीक्षा पास कर अफसर बनने की तमन्ना थी। लिहाजा उन्होंने इस परीक्षा को पास करने का लक्ष्य बना लिया। उन्होंने सेल्फ स्टडी के जरिये यह मुकाम हासिल किया है। उन्होंने बताया कि समय के अभाव के चलते कभी भी किसी प्रतियोगी परिक्षा के लिए कोचिंग नहीं ली। अपनी सफलता का श्रेय वे परिवार के लोगों को देते है।



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