क्या नए LG सीएम केजरीवाल के सिंगापुर दौरे में अटका रहे हैं रोड़े? जानें- क्या हैं पूरा मामला
दिल्ली सरकार (Delhi Government) और उपराज्यपाल (Lieutenant Governor) के बीच खींचतान की खबरें अब आम हो गई हैं। लेकिन एक बार फिर केजरीवाल सरकार और उपराज्यपाल के बीच तनातनी की स्थित बनती दिख रही हैं।;
दिल्ली सरकार (Delhi Government) और उपराज्यपाल (Lieutenant Governor) के बीच खींचतान की खबरें अब आम हो गई हैं। लेकिन एक बार फिर केजरीवाल सरकार और उपराज्यपाल के बीच तनातनी की स्थित बनती दिख रही हैं। मिली जनकारी के अनुसार इस बात का पता चला है कि उपराज्यपाल ने अपने अधिकारों का प्रयोग शुरू कर दिया है और उन्होंने राजधानी के मुख्यमंत्री केजरीवाल की कुछ महत्वपूर्ण फाइलों को अस्थायी रूप से अपने कब्जे में ले लिया है।
बताया जा रहा है कि विनय कुमार सक्सेना के इस कदम ने केजरीवाल के सिंगापुर दौरे पर रोक लग गई हैं। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक एलजी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की कुछ फाइलों को तीन हफ्ते के लिए रोक रखा है। जिससे केजरीवाल के सिंगापुर दौरे पर रोक लग गई हैं। बताया जा रहा है कि ये फाइलें केजरीवाल के सिंगापुर दौरे के लिए अहम हैं।
वह 'वर्ल्ड सिटीज समिट' (World Cities Summit) में दिल्ली मॉडल (Delhi Model) पर बोलने के लिए सिंगापुर जाने वाले हैं। इसके लिए सिंगापुर के उच्चायुक्त साइमन वांग (High Commissioner Simon Wang) ने दिल्ली आकर मुख्यमंत्री केजरीवाल को आमंत्रित किया था। सम्मेलन 31 जुलाई से 3 अगस्त तक होना है। जानकारी के मुताबिक इस बात का पता चला है कि सिंगापुर के इस सम्मेलन को अरविंद केजरीवाल के लिए काफी अहम माना जा रहा था क्योंकि खुद सिंगापुर के उच्चायुक्त साइमन वांग ने केजरीवाल को यह न्योता दिया था।
लेकिन दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना (Lieutenant Governor Vinay Kumar Saxena) ने इस सम्मेलन से जुड़ी फाइलें तीन हफ्ते तक अपने पास रख ली हैं। बताया जा रहा है कि सिंगापुर सम्मेलन की फाइलें एक-दो दिन में वापस आ जानी चाहिए थीं, लेकिन कुछ परिस्थितियों के चलते इन महत्वपूर्ण फाइलों को तीन हफ्ते के लिए रोक दिया गया है।