दिल्ली AAP और BJP के बीच फिर विवाद, भाजपा ने बिजली मंत्री आतिशी से मांगी बिजली कनेक्शन की अनुमति
दिल्ली में आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच एक बार फिर से तीखी नोक-झोंक शुरू हो गई है। दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने दिल्ली की बिजली मंत्री आतिशी और दिल्ली नगर निगम (MCD) पर कई आरोप लगाए हैं। जानें क्या है ये आरोप...;
दिल्ली में आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) और बीजेपी के बीच तीखी नोक-झोंक कोई बड़ी बात नहीं है। दोनों के बीच अक्सर किसी न किसी बात को लेकर विवाद छिड़ा रहता है। इस कड़ी में दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा (President Virendra Sachdeva) ने दिल्ली की बिजली मंत्री आतिशी (Electricity Minister Atishi) और दिल्ली नगर निगम (MCD) आयुक्त से मांग की है कि कथित अनधिकृत निर्माणों के लिए बुक की गई सभी संपत्तियों के रहने वालों को उचित बिजली कनेक्शन की अनुमति दें। सचदेवा ने कहा है कि सत्ताधारी पार्टी के पार्षदों, बिजली डिस्कॉम अधिकारियों और निगम अधिकारियों का गठजोड़ है। इंजीनियर बिजली कनेक्शन चाहने वाले लोगों का शोषण कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि पिछले कई वर्षों से बी.एस.ई.एस. और टाटा पावर डीडीएल के निजी बिजली डिस्कॉम अधिकारी लोगों से यह आरोप लगाकर मोटी रकम वसूलने की कोशिश कर रहे हैं कि उनके परिसर को अनधिकृत निर्माण के लिए बुक किया गया है।
MCD अधिकारियों ने एनओसी जारी करना बंद कर दिया
सचदेवा ने कहा कि मार्च 2022 तक भाजपा शासित एमसीडी नेता अनधिकृत निर्माण के लिए बुक की गई संपत्तियों के मालिकों को बिजली कनेक्शन के लिए एमसीडी के अधिकारियों को बुलाकर मदद करते थे। बिजली कनेक्शन जारी करने के लिए पावर डिस्कॉम को अनापत्ति प्रमाणपत्र जारी करवाते थे। सचदेवा ने कहा है कि दिसंबर 2022 से एमसीडी अधिकारियों ने एनओसी जारी करना बंद कर दिया है।
'तुरंत नई एनओसी जारी करना शुरू करें'
सचदेवा ने कहा है कि एमसीडी के नए सत्तारूढ़ दल के पार्षद अधिकारियों पर दबाव डालते हैं कि बिजली कनेक्शन चाहने वाले अंधिकृत निर्माण कब्जेदारों को उनके पास भेजने का दबाव डालते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ऊर्जा मंत्री आतिशी एवं एमसीडी ज्ञानेश भारती से मांग करती है कि अनधिकृत निर्माण के लिए बुक सभी सम्पति मालिकों को बिजली कनेक्शन जारी करने के लिए तुरंत नई एनओसी जारी करना शुरू करें।
ये भी पढ़ें...Delhi: LG के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएगी AAP, शिवलिंग वाले फव्वारे लगाने पर बढ़ा विवाद