बीजेपी ने केजरीवाल के खिलाफ पोल खोल अभियान किया तेज, 6 लाख घरों तक पहुंची...
देश की राजधानी दिल्ली में स्वच्छ पेयजल (Clean Drinking Water), अन्य नागरिक सुविधाएं और प्रदूषण नियंत्रण (Pollution Control) में आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) सरकार की कथित विफलताओं को उजागर करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) ने 'पोल खोल' अभियान (Pol Khol Abhiyan) की शुरुआत की हैं।;
देश की राजधानी दिल्ली में स्वच्छ पेयजल (Clean Drinking Water), अन्य नागरिक सुविधाएं और प्रदूषण नियंत्रण (Pollution Control) में आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) सरकार की कथित विफलताओं को उजागर करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) ने 'पोल खोल' अभियान (Pol Khol Abhiyan) तेज कर दिया हैं।
दिल्ली में कुल 13 हजार 820 बूथ हैं, जिसमें 5 से 10 बीजेपी कार्यकर्ता हर बूथ पर खुलकर प्रचार कर रहे हैं। 15 मई को शुरू हुए पोल खोल अभियान में बीजेपी अब तक करीब 6 लाख घरों/परिवारों तक पहुंच चुकी है और 31 मई तक बीजेपी ने 25 लाख घरों तक पहुंचने का लक्ष्य रखा है।
इसी कड़ी भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष आदेश गुप्ता (Adesh Gupta) के नेतृत्व में शुरू किए गए अभियान के तहत, भाजपा ने राजधानी के 278 वार्डों में लोगों को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) सरकार के "अधूरे वादों और बुलंद दावों" के बारे में बताया। आदेश गुप्ता ने आप सरकार पर आरोप लगाया कि केजरीवाल साफ पानी मुहैया कराने की बजाय दिल्ली की जनता को सस्ती शराब दे रहे हैं।
प्रदूषण से लड़ने के नाम पर युवाओं को उचित रोजगार देने के बजाय उन्हें तख्तियां लेकर सड़कों पर खड़ा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी सरकार से कुछ भी उम्मीद नहीं की जा सकती जो सात साल में लोगों के घरों तक पीने का साफ पानी नहीं पहुंचा पाई है। इस अभियान में भाजपा के कई नेताओं ने भी हिस्सा लिया। वही बीजेपी नेता हर्ष मल्होत्रा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर न सिर्फ कई गंभीर आरोप लगाए बल्कि उन पर जमकर निशाना साधा।
हर्ष मल्होत्रा (Harsh Malhotra) ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपना एक भी वादा पूरा नहीं किया हैं। केजरीवाल ने कहा था कि वह दिल्ली के हर परिवार को हर महीने 20 हजार लीटर पीने का पानी मुफ्त देंगे, लेकिन आज तक दिल्ली के सभी परिवारों को पीने का साफ पानी नहीं मिला है।
केजरीवाल की सरकार में आने के 7 साल बाद भी राजधानी दिल्ली में लोगों के घरों में गंदा पानी आ रहा है। जिसे वह अभी तक ठीक नहीं कर पाया है। शीला दीक्षित सरकार के कार्यकाल में जहां दिल्ली में करीब एक हजार टैंकर थे और बड़े पैमाने पर टैंकर माफिया (Tanker Mafia) सक्रिय थे। वहीं, टैंकरों की संख्या एक हजार से बढ़कर एक हजार पांच सौ हो गई है।