दिल्ली, नोएडा समेत देश के कई राज्यों में CBI ने मारे छापे, फंड ट्रांसफर का बड़ा है घपला!
CBI ने आम्रपाली के नोएडा सेक्टर—44 स्थित सोसाइटी के अलावा दिल्ली, उत्तराखंड समेत 29 ठिकानों पर छापेमारी की है। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान फंड ट्रांसफर की बात सामने आने के बाद यह छापेमारी की गई।;
CBI ने आम्रपाली Builder के नोएडा सेक्टर—44 स्थित सोसाइटी के अलावा दिल्ली (Delhi), उत्तराखंड समेत 29 ठिकानों पर छापेमारी की है। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में सुनवाई के दौरान फंड ट्रांसफर की बात सामने आने के बाद यह छापेमारी की गई। बताया गया है कि आम्रपाली के निर्देशकों के ठिकानों पर कार्रवाई की गई है। उत्तर प्रदेश के नोएडा स्थित सेक्टर—44 सोसाइटी के दो फ्लैटों को बंद कर यहां दस्तावेज तलाशे गए है। जानकारी के अनुसार, सीबीआई की टीम को मौके से अहम कागजात मिले है।
इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) और EOW भी जांच कर रही है। ईडी की टीम ने पहले भी आम्रपाली (Amrapali Builder) के ठिकानों पर रेड डालकर पूरे मामले में जांच कर रही है। सीबीआई की टीम गुरुवार दोपहर को सेक्टर—44 स्थित सोसाइटी पहुंची। यहां उन्होंने देर रात तक छानबीन की। टावर के दो फ्लैट को बंद कर तलाशी की गई। बताया गया है कि आम्रपाली दिल्ली, नोएडा, बिहार, उत्तराखंड, एनसीआर समेत कई शहरों में छापेमारी की गई। दरअसल, आम्रपाली ग्रुप ने बॉयर्स को चूना लगाया था। हजारों बॉयर्स के करोड़ों रुपये ले लिए, लेकिन फ्लैट न देने का आरोप है।
बड़ी संख्या में आम्रपाली ग्रुप ने फ्लैट बनाए थे। हालांकि, बाद में आम्रपाली ने खुद को दिवालिया घोषित कर दिया। सुप्रीम कोर्ट में फंड ट्रॉसफर का मामला सामने आया है। दिवालिया घोषित होने से पहले उसने बड़ी संख्या में फंड दूसरी जगह ट्रांसफर करने का आरोप है। बॉयर्स (Flat Buyers) की परेशानियों को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट और नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल आम्रपाली ग्रुप से बॉयर्स की संपत्तियां जब्त की। फिलहाल एनबीसीसी आम्रपाली के 30 हजार फ्लैट का निर्माण करा रही है। ताकि बॉयर्स को फ्लैट दिए जा सके।