छत्रसाल स्टेडियम हत्याकांड मामला: सुशील कुमार के खिलाफ 1 हजार पन्नों के आरोप-पत्र दायर, दिल्ली पुलिस का चौंकाने वाला खुलासा

छत्रसाल स्टेडियम हत्याकांड मामला: सुशील कुमार और उनके सहयोगियों ने संपत्ति विवाद को लेकर 5 मई की रात को स्टेडियम में 23 साल पहलवान सागर धनखड़, उनके दोस्त सोनू और तीन अन्य के साथ कथित तौर पर मारपीट की। बाद में, जख्मों के कारण सागर की मौत हो गई थी।;

Update: 2021-08-03 08:08 GMT

Chhatrasal Stadium Murder Case छत्रसाल स्टेडियम हत्याकांड मामले में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने 1000 पन्नों का आरोप पत्र (Charge sheet) कोर्ट में दायर किया है। जिसमें पुलिस ने कोर्ट (Delhi Court) के समक्ष कई चौंकाने वाले खुलासे हुए है। पुलिस ने खुलासा करते हुए कहा कि जिस कुश्ती पहलवान सागर धनखड़ (Wrestler Sagar Dhankhar) की मौत हुई थी वह ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार (Wrestler Sushil Kumar) द्वारा रची हुई साजिश का नतीजा था जो युवा पहलवानों के बीच अपनी श्रेष्ठता कायम करना चाहता था। आरोप पत्र में कहा गया है कि ऐसी फुसफुसाहट थी कि सुशील कुमार अपने घर में रहने वाले दो किरायेदारों से डर गया था और अपने छात्रों की आंखों में सम्मान कम होने को लेकर उसे बहुत शिकायत थी। आपको बता दें कि सुशील कुमार और उनके सहयोगियों ने संपत्ति विवाद को लेकर 5 मई की रात को स्टेडियम में 23 साल पहलवान सागर धनखड़, उनके दोस्त सोनू और तीन अन्य के साथ कथित तौर पर मारपीट की। बाद में, जख्मों के कारण सागर की मौत हो गई थी।

'सुशील कुमार ताकत से स्टेडियम में अपना वर्चस्व दिखाना चाहते थे'

पुलिस ने दायर आरोप-पत्र में कहा कि मौजूदा घटना सोनू और सागर से बदला लेने के लिए आरोपी सुशील कुमार के साथ ही उनके सहयोगियों द्वारा रची गई साजिश है। मामले की जांच कर रही स्पेशल सेल ने कहा कि सुशील कुमार सागर और सोनू को सबक सिखाना चाहता था और अपनी शारीरिक ताकत के जरिए स्टेडियम में अपना वर्चस्व कायम करना चाहता था। इसमें कारण भी बताए गए हैं कि क्यों सुशील कुमार और उनके सहयोगी बदला लेना चाहते थे। पुलिस जांच में स्थापित किया गया कि यह घटना सागर और सोनू द्वारा कुमार के फ्लैट को खाली करने की शुरुआती अनिच्छा और स्टेडियम में हुई इस फुसफुसाहट के कारण हुई कि ओलंपिक पहलवान दोनों से डर गया था और उनका सामना नहीं कर सकता।

आरोप-पत्र में मुख्य आरोपी सुशील कुमार समेत 13 आरोपियों के नाम शामिल

पुलिस के मुताबिक, दूसरा कारण यह था कि सुशील कुमार को इस बात का बहुत ज्यादा शक था कि उसके द्वारा तैयार किए जा रहे पहलवान उनके आने-जाने की सूचनाएं सागर और सोनू को दे रहे थे तथा सोनू उनको नुकसान पहुंचा सकता था क्योंकि उसका आपराधिक रिकॉर्ड बहुत विस्तृत था। आरोप-पत्र में कहा कि उसे जब महसूस हुआ कि उसके अपने कुछ प्रशिक्षु सोनू और सागर को उनकी जानकारी पहुंचा रहे हैं, उसने ठगा हुआ महसूस किया और इसलिए अपने छात्रों के बीच सम्मान कम होने के कारण उन्हें सागर और सोनू से बहुत शिकायत थी। हाल में गिरफ्तार किए गए कुख्यात अपराधी काला जठेड़ी ने पुलिस को बताया कि सागर और सोनू द्वारा अपना फ्लैट खाली करने से इनकार करने के बाद कुमार के अहंकार को ठेस पहुंची थी, जिसके कारण उसे लगा कि उसका सम्मान कम हो रहा है। आरोप-पत्र में मुख्य आरोपी कुमार समेत 13 आरोपियों के नाम हैं।

Tags:    

Similar News