कांग्रेस को जून में मिल जाएगा नया निर्वाचित अध्यक्ष, तब तक इनके पास रहेगी जिम्मेदारी
पिछले लोकसभा चुनाव में हार के बाद राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। तब से सोनिया गांधी पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष हैं। शुक्रवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में भी यह मुद्दा उठा तो हंगामा हो गया। हालांकि बैठक खत्म होने के बाद पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल सामने आए और एलान किया कि जून में कांग्रेस के पास नया निर्वाचित अध्यक्ष होगा।;
कांग्रेस को जून महीने में नया निर्वाचित अध्यक्ष मिल जाएगा। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने शुक्रवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी (cwc) की बैठक के बाद आयोजित पत्रकारवार्ता में यह बात कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण ने मई में संगठन के चुनाव कराने की पेशकश की थी, लेकिन पांच प्रदेशों में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सीडब्ल्यूसी के सदस्यों ने इसमें थोड़ा बदलावा करने की अपील की थी। उन्होंने दावा किया कि जून महीने में कांग्रेस के पास नया निर्वाचित अध्यक्ष होगा।
कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर खासी तनातनी रही। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा के बीच इस मुद्दे को लेकर जमकर शब्दबाण चले। बैठक खत्म हुई तो कुछ समय बाद ही पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल सामने आए और पत्रकारवार्ता में एलान कर दिया कि जून महीने में कांग्रेस को नया निर्वाचित अध्यक्ष मिल जाएगा।
कार्यकर्ताओं में निराशा
कांग्रेस ने भले ही अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नया महीना तय कर लिया हो, लेकिन बार-बार चुनाव टाले जाने कार्यकर्ता निराश हैं। सूत्रों की मानें तो वरिष्ठ नेता मधुसूधन मिस्त्री की अध्यक्षता वाले केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण ने कांग्रेस अध्यक्ष समेत संगठन का चुनाव तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल, असम और पुडुचेरी के विधानसभा चुनाव के बाद मई में कराने का प्रस्ताव रखा था। चुनाव प्राधिकरण ने 29 मई को अधिवेशन कराए जाने की भी पेशकश की थी। जब तक कांग्रेस को नया निर्वाचित अध्यक्ष नहीं मिलता, तब तक अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ही तमाम जिम्मेदारियां देखेंगी। बता दें कि पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। बिहार विधानसभा चुनाव और कुछ राज्यों के उप चुनावों में कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद गुलाम नबी आजाद और कपिल सिब्बल जैसे कुछ वरिष्ठ नेता पार्टी के सक्रिय अध्यक्ष की नियुक्ति की मांग कर रहे हैं।