Omicron: लंदन से दिल्ली पहुंचे 4 यात्रियों में हुई कोरोना वायरस की पुष्टि, प्रशासन की बढ़ी चिंता

दुनियाभर के कई देशों में जहां ओमिक्रॉन (Omicron) का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी के मद्देनजर भारत में भी कई सावधानी बरती जा रही है। एयरपोर्ट से लेकर बस स्टैंड तक जांच बढ़ा दी गई है।;

Update: 2021-12-01 10:15 GMT

दुनियाभर के कई देशों में जहां ओमिक्रॉन (Omicron) का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी के मद्देनजर भारत में भी कई सावधानी बरती जा रही है। एयरपोर्ट से लेकर बस स्टैंड तक जांच बढ़ा दी गई है। कई राज्यों ने स्वतंत्र रूप से दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं। इसी बीच लंदन और एम्सटर्डम (London and Amsterdam) की फ्लाइट से दिल्ली पहुंचे चार यात्री कोरोना पॉजिटिव ( Corona Positive) पाए गए हैं।

जिसके बाद स्वस्थ विभाग (Health Department) में हड़कंप मच गया। ओमीक्रॉन की आशंका को चलते सभी यात्रियों के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं। बताया जा रहा है कि दिल्ली एयरपोर्ट (Delhi Airport) पर लंदन और एम्सटर्डम से आए यात्रियों में ये चारों यात्री कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इन यात्रियों की रिपोर्ट RTPCR टेस्ट में पॉजिटिव आई है।

ऐसे में उनके सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं। इनकी रिपोर्ट तीन दिन में आएगी। फिलहाल इन यात्रियों को एलएनजेपी अस्पताल ( LNJP Hospital) में आइसोलेशन (Isolation) में रखा गया है। जेनिस्टिंग्स डायग्नोस्टिक की संस्थापक डॉ गौरी अग्रवाल ने कहा, "हम लंदन और एम्स्टर्डम के यात्रियों के जीनोम अनुक्रमण की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। दो दिन में एयरपोर्ट पर 5 संक्रमित मिले हैं।

दिल्ली एयरपोर्ट पर हर दिन करीब 2000 टेस्ट किए जा रहे हैं। गौरतलब है कि ओमाइक्रोन स्ट्रेन के प्रसार पर बढ़ती चिंता के बीच देश के हवाई अड्डों ने आज से 'जोखिम वाले' देशों से आने वाले यात्रियों के लिए सख्त क्वारंटाइन और परीक्षण नियम लागू कर दिए हैं। नए नियमों के मुताबिक, जोखिम से बचने वाले देशों से भारत आने वाले सभी यात्रियों का कोविड टेस्ट कराना होगा।

वे स्क्रीनिंग के नतीजों के बिना एयरपोर्ट से बाहर नहीं जा सकते हैं। खबरों से मिली जानकारी के मुताबिक टेस्ट में निगेटिव पाए गए यात्री एयरपोर्ट से बाहर जा सकते हैं लेकिन उन्हें 7 दिन के लिए होम आइसोलेशन से गुजरना होगा। राज्यों को अंतरराष्ट्रीय यात्रियों पर कड़ी नजर रखने की भी सलाह दी गई है। बता दें कि इस साल 11 नवंबर को बोत्सवाना में पहली बार कोरोना वायरस ओमाइक्रोन बी.1.1.1.529 के नए वेरिएंट की रिपोर्ट की गई थी।

जबकि इसका पहला मामला 14 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में मिला था। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इसे 'चिंता का एक रूप' घोषित किया है। दक्षिण अफ्रीका, यूनाइटेड किंगडम, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया सहित कई देशों ने नए खतरे से संबंधित मामलों की सूचना दी है।

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