बैंक से नकली दस्तावेजों पर लिया करोड़ों का लोन, किश्त न भरने पर ऐसे पकड़ा गया धोखेबाज
पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा के सोनीपत निवासी आरोपी सुरेश कुमार प्रुथी को बुधवार को दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया। उसके सहयोगी एवं मुख्य आरोपी सतीश शर्मा को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।;
बैंक से करोड़ों की धोखाधड़ी की खबर सामने आई है। एक शातिर धोखेबाज ने बैंक को नकली कागज दिखाकर करोड़ों का लोन ले लिया। यह मामला जाली दस्तावेजों का उपयोग करके बैंकों से लोन लिये जाने से जुड़ा है। गहन जांच के बाद शख्स को गिरफ्तार किया गया है। इस आरोपी की पहचान सुरेश कुमार प्रुथी के तौर पर हुई है। इसके खिलाफ पहले भी कई मामलों में केस दर्ज किया जा चुका है।
आरोपी हरियाणा के सोनीपत का है निवासी
पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा के सोनीपत निवासी आरोपी सुरेश कुमार प्रुथी को बुधवार को दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया। उसके सहयोगी एवं मुख्य आरोपी सतीश शर्मा को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस ने बताया कि 64 वर्षीय प्रुथी ने शर्मा के साथ मिलकर मूल बिक्री विलेख (सेल डीड) दस्तावेज के कई सेट बनाए। इसके बाद शर्मा ने संपत्ति के इन जाली दस्तावेजों को जमा करके बैंकों से ऋण लिया था। उन्होंने बताया कि ऋण लेने के बाद आरोपी ने कोई किश्त नहीं दी और न ही कर्ज चुकाया।
आरोपी ने एक अन्य बैंक से भी लिया था लोन
पुलिस ने बताया कि संसद मार्ग पर स्थित यूको बैंक के सहायक महाप्रबंधक द्वारा इस मामले की सूचना दी गई। उन्होंने आरोप लगाया कि सतीश शर्मा नाम के एक व्यक्ति ने सोनीपत में एक स्कूल खरीदने के लिए दो करोड़ रुपये का ऋण लिया था। ऋण सोनीपत में एक संपत्ति को गिरवी रखकर प्राप्त किया गया था। पुलिस के मुताबिक, बैंक ने पाया कि शर्मा ने उसी संपत्ति पर पश्चिमी दिल्ली के मायापुरी में स्थित एक अन्य बैंक से चार करोड़ रुपये का और ऋण लिया हुआ है। संयुक्त पुलिस आयुक्त (आर्थिक अपराध शाखा) ओ पी मिश्रा ने बताया कि जांच के दौरान यह पाया गया कि शर्मा द्वारा यूको बैंक में बिक्री विलेख के जो दस्तावेज जमा कराये गये थे, उनका मिलान सोनीपत के सब-रजिस्ट्रार के रिकॉर्ड से नहीं हुआ।