दिल्ली में इन 5 दुकानों में मिलेगी अच्छी शराब, शौकिनों की होगी मौज, टेबल पर मिलेगी पूरी 'बोतल'
दिल्ली के होटलों और क्लबों में शराब का सेवन करने वाले लोगों के पास अब जल्द ही टेबल पर पूरी बोतल मंगाने का विकल्प होगा। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के नेतृत्व में एक मंत्री समूह ने आबकारी सुधार के तहत कई कदमों की सिफारिशें की है। मौजूदा समय में राष्ट्रीय राजधानी में होटलों और क्लबों में सिर्फ पेग में ही शराब दी जाती है।;
दिल्ली में शराब माफियाओं (Wine Mafia) की कमर तोड़ने के बाद केजरीवाल सरकार (Kejriwal Government) ने शराब के शौकिनों को लेकर बड़ा फैसला किया है। जिसकी जानकारी उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने दी है। मनीष सिसोदिया की अगुवाई वाले मंत्रिसमूह (Cabinet) की सिफारिशें मंत्रिमंडल द्वारा मंजूर कर लिये जाने के बाद राष्ट्रीय राजधानी में शीघ्र ही पांच विशेष 'सुपर प्रीमियम खुदरा दुकानें' होंगी जो सबसे अच्छी ब्रांड की शराब बेचेंगी। इसके साथ ही, महानगर में साल में करीब तीन शुष्क दिवस होंगे क्योंकि मंत्रिसमूह ने शुष्क दिवसों (Dry Days) की संख्या हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश के समान करने की सिफारिश की है।
इस कदम से दिल्ली सरकार की राजस्व में होगी बढ़ोतरी
अपनी रिपोर्ट में मंत्रिसमूह ने कहा कि इन अंतरराष्ट्रीय गुणवत्ता वाली खुदरा दुकानों में कम से कम 100 आयातित शराब ब्रांड का स्टॉक रखना होगा जिन्हें प्रीमियम गुणवत्ता शराब समझा जाता है। इस मंत्रिसमूह के अनुसार ऐसी दुकानों को बस ऐसी बीयर बेचने की अनुमति होगी जिनके अधिकतम खुदरा दाम 200 रूपये से ऊपर हो लेकिन यह व्हिस्की, जिन, वोडका, ब्रांडी और अन्य तक सीमित नहीं हो। ये अपनी तरह की पहली दुकानें होंगी जहां दिल्लीवासी अपनी पसंद का सुपर प्रीमियम ब्रांड खरीद सकते हैं। इस कदम से दिल्ली सरकार का राजस्व भी बढ़ेगा।
शहर में 1,000 से ज्यादा होटल, क्लब और रेस्तरां के पास लाइसेंस
दिल्ली के होटलों और क्लबों में शराब का सेवन करने वाले लोगों के पास अब जल्द ही टेबल पर पूरी बोतल मंगाने का विकल्प होगा। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के नेतृत्व में एक मंत्री समूह ने आबकारी सुधार के तहत कई कदमों की सिफारिशें की है। मौजूदा समय में राष्ट्रीय राजधानी में होटलों और क्लबों में सिर्फ पेग में ही शराब दी जाती है। मंत्री समूह ने अपनी रिपोर्ट में हालांकि यह कहा है कि यह सुनिश्चित करना बार की जिम्मेदारी होगी कि कोई भी ग्राहक परोसी गई शराब की बोतल को उनके परिसर से बाहर न ले जा सकें। शहर में 1 हजार से ज्यादा होटल, क्लब और रेस्तरां हैं, जिनके पास ग्राहकों को शराब परोसने का आबकारी लाइसेंस है।