ब्लैक फंगस के इलाज में काम आने वाले इंजेक्शन की कालाबाजारी, दो लोग गिरफ्तार, ऊंचे दामों पर बेचने का है आरोप

पुलिस ने बताया कि आरोपी रजनीश श्रीवास्तव की चिकित्सीय साजोसामान और एंबुलेंस का आधुनिकीकरण करने संबंधी कंपनी अंबुस्मिथ इंक है। आरोपी इन इंजेक्शन को लखनऊ से खरीद कर लाया था और उसने दिल्ली में इन्हें ऊंचे दामों पर बेच दिया। इस काम में उसके वाहन चालक मुर्तजा खान ने उसका सहयोग किया था।;

Update: 2021-05-24 10:19 GMT

Delhi Crime दिल्ली में कोरोना की दवाई के बाद अब ब्लैक फंगस (Black Fungus) की दवाई और इंजेक्शन की कालाबाजारी (Black Marketing) शुरू हो गई है। जिसे लेकर दिल्ली पुलिस (Delhi Police) पूरी मुश्तैदी से कार्रवाई कर रही है। इस सिलसिले में दो लोगों को गिरफ्तार (Two Arrested) किया है। पुलिस ने एक व्यक्ति और उसके वाहन चालक को ब्लैक फंगस के उपचार में काम आने वाले इंजेक्शन 'एम्फोटेरिसिन' को कथित तौर पर ऊंचे दामों में बेचने के आरोप में पकड़ा है। उन्होंने बताया कि आरोपी रजनीश श्रीवास्तव की चिकित्सीय साजोसामान और एंबुलेंस का आधुनिकीकरण करने संबंधी कंपनी अंबुस्मिथ इंक है।

आरोपी इन इंजेक्शन को लखनऊ से खरीद कर लाया था और उसने दिल्ली में इन्हें ऊंचे दामों पर बेच दिया। इस काम में उसके वाहन चालक मुर्तजा खान ने उसका सहयोग किया था। दो छात्रों ने साकेत पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई कि जब वे एक मरीज के लिए 'एम्फोटेरिसिन-बी' की व्यवस्था कर रहे थे तो उस दौरान वे श्रीवास्तव के संपर्क में आए जो इस इंजेक्शन को मूल दाम से 36गुना ज्यादा दाम 11,300 रुपए में बेच रहा था।

इससे पहले, नाइजीरिया के 41 वर्षीय एक व्यक्ति को दक्षिणी दिल्ली के खानपुर इलाके में रेमडेसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति करने का झांसा देकर लोगों से कथित धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने बताया कि आरोपी चियूकीम डेनियल पी ई को एक पीड़ित की शिकायत के आधार पर किराए के मकान से गिरफ्तार किया गया। पीड़ित व्यक्ति ने आरोप लगाया कि इंजेक्शन के लिए अग्रिम भुगतान देने के बाद भी आरोपी ने उसकी आपूर्ति नहीं की। शिकायतकर्ता के अनुसार उसका एक परिचित कोविड-19 से पीड़ित था और तत्काल तीन रेमडेसिविर इंजेक्शन की जरूरत थी और डॉक्टरों ने उसे इसकी व्यवस्था करने की सलाह दी थी।

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