कोरोना संकट : जनवरी के महीने में ओमिक्रॉन ने मचाया था तांडव, 92 प्रतिशत लोगों की हुई मौत, इस रिपोर्ट में हुआ खुलासा
देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस (corona virus) के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन (new variant omicron) की वजह से 92 फीसदी लोगों मौतें हुई है। शुक्रवार को (यानी कल) जीनोम सीक्वेंसिंग (genome sequencing) की रिपोर्ट में इसका खुलसा हुआ है।;
देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस (corona virus) के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन (new variant omicron) की वजह से 92 फीसदी लोगों मौतें हुई है। शुक्रवार को (यानी कल) जीनोम सीक्वेंसिंग (genome sequencing) की रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। अधिकारियों द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में कोरोना (corona virus) से मरने वाले 92 फीसदी मरीजों के पास ओमिक्रॉन वैरिएंट (omicron variant) है।
जिन मरीजों की दिल्ली में कोरोना की चपेट में आने से मौत हुई थी उनमें से 92 प्रतिशत ओमिक्रॉन वायरस (omicron virus) मिला है। आंकड़ों के मुताबिक जनवरी में कोविड से मरने वाले मरीजों के कुल 310 नमूनों को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए प्रयोगशालाओं में भेजा गया था, जिनमें से 98 का विश्लेषण किया गया था। जिसमें ओमिक्रॉन 92 मौतों का कारण बना है।
ये आंकड़े शुक्रवार को हुई दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (delhi disaster management authority) की बैठक के दौरान साझा किए गए। आंकड़ों के अनुसार, जीनोम सीक्वेंसिंग प्रयोगशालाओं (nome sequencing laboratories) में विश्लेषण किए गए 98 नमूनों में से, जो दिल्ली में कोरोना से मरने वाले रोगियों से लिए गए थे, उनमें से 90 प्रतिशत ओमिक्रॉन वेरिएंट (variant omicron) से संक्रमित पाए गए थे।
इस दौरान एक सैंपल में डेल्टा वेरिएंट (delta variant ) का भी मिला, जबकि बाकी दूसरे वेरिएंट से जुड़े हुए थे। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी के महीने में दिल्ली में कुल 750 से ज्यादा मौतें हुईं। यह भी पता चला कि महामारी की तीसरी लहर के दौरान दिल्ली में कोरोना मामलों में वृद्धि ओमिक्रॉन के कारण हुई थी जो अत्यधिक तेजी से फैलता है। इनमें से 14 प्रतिशत नमूनों में डेल्टा प्रकार पाया गया, और शेष सात प्रतिशत अन्य श्रेणियों के थे।