Delhi Coronavirus: दिल्ली में 35 नए मामले सामने आए, एक मरीज की मौत, जानें तीसरी लहर को लेकर क्या है तैयारी
Delhi Coronavirus: दिल्ली में कोविड-19 के कुल मामले बढ़कर 14,37,550 हो गए, जिनमें से 14,12,081 मरीज ठीक हो गए हैं, या अन्य जगहों पर चले गए हैं। बुलेटिन में कहा गया कि वायरल बीमारी के कारण मरने वालों की संख्या 25,080 हो गई है और मृत्यु दर 1.74 प्रतिशत है।;
Delhi Coronavirus दिल्ली में कोरोना के मामले स्थिर बने हुए है। लेकिन अंदेशा लगाया जा रहा है कि दिल्ली समेत देशभर में तीसरी लहर (Third Wave Of Corona) जल्द आने की संभावना है। वहीं कई दिनों बाद संक्रमण मौत दर्ज की गई है। पॉजिटिव रेट (Positive Rate) में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इस बीच, दिल्ली में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 35 नए मामले सामने आए (New Corona Cases) हैं। जबकि इस महामारी से एक मरीज की मौत (Corona Death) हो गई। विभाग द्वारा जारी एक बुलेटिन के अनुसार, पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 86 मरीज को अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई और पॉजिटिव रेट (Positive Rate) 0.05 प्रतिशत है। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग (Delhi Health Department) ने जानकारी दी है।
कोविड-19 के कुल मामले बढ़कर 14,37,550 हो गए
नए मामलों के साथ, दिल्ली में कोविड-19 के कुल मामले बढ़कर 14,37,550 हो गए, जिनमें से 14,12,081 मरीज ठीक हो गए हैं, या अन्य जगहों पर चले गए हैं। बुलेटिन में कहा गया कि वायरल बीमारी के कारण मरने वालों की संख्या 25,080 हो गई है और मृत्यु दर 1.74 प्रतिशत है। इसमें कहा गया है कि शहर के अस्पतालों में कोविड रोगियों के लिए निर्धारित 12,036 बिस्तरों में से केवल 249 पर ही मरीज भर्ती हैं। पिछले साल महामारी की शुरुआत के बाद से दिल्ली में अब तक कोरोना के 14.3 लाख से अधिक मामले सामने आ चुके हैं, जबकि इस बीमारी के कारण 25,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
एलएनजेपी अस्पताल ने बिस्तर क्षमता बढ़ाई
दिल्ली सरकार द्वारा संचालित एलएनजेपी अस्पताल ने कोरोना महामारी की तीसरी लहर को देखते हुए अपनी बिस्तर क्षमता बढ़ा दी है और डॉक्टरों और कर्मचारियों को किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए प्रशिक्षित किया है। महामारी की दूसरी लहर के दौरान रामलीला मैदान में स्थापित 500 बिस्तरों वाली आईसीयू इकाई के साथ 1,500 बिस्तरों वाले एलएनजेपी अस्पताल में कुल 2,000 बिस्तर हैं। अस्पताल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कुल बिस्तर क्षमता मौजूदा 2,000 से बढ़ाकर 2,200 कर दी गई है। और रामलीला मैदान में स्थापित अस्थायी अस्पताल में 500 आईसीयू बेड में से 100 को बाल कोविड रोगियों के लिए आरक्षित किया गया है, क्योंकि तीसरी लहर के बच्चों पर अधिक असर पड़ने की आशंका है।