Delhi: फरहान के दोस्तों ने हत्या कर धर्मस्थल की छत पर छुपाया शव, टीवी पर CID देख बनाया था मर्डर का प्लान
जानकारी के मुताबिक, दोनों नाबालिगों ने टीवी पर एक क्राइम सीरियल को देखकर अपने दस साल के दोस्त को अगवा कर हत्या करने का प्लान बनाया था। आरोपियों ने सोचा था कि ऐसा करके उसके परिजनों से फिरौती की मांग करेंगे। लेकिन पुलिस की कार्रवाई में एक आरोपी की झूठ ने उसकी पोल खोल दी। फिर दोनों नाबालिग पकड़े गये।;
दिल्ली में सीरियल देख हत्या करने का मामला सामने आया है। दो नाबालिगों ने अपने ही दोस्त के साथ खेला खूनी खेल। जिसके बाद एक नाबालिग की मौत हो गई। पुलिस ने दो नाबालिग आरोपी को हत्या के मामले में गिरफ्तार किया है। मृतक की पहचान फरहान (10) के रूप में हुई है। पकड़े गये आरोपियों में एक लड़का 17 साल का है तो दूसरा 12 साल का। पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है।
जानकारी के मुताबिक, दोनों नाबालिगों ने टीवी पर एक क्राइम सीरियल को देखकर अपने दस साल के दोस्त को अगवा कर हत्या करने का प्लान बनाया था। आरोपियों ने सोचा था कि ऐसा करके उसके परिजनों से फिरौती की मांग करेंगे। लेकिन पुलिस की कार्रवाई में एक आरोपी की झूठ ने उसकी पोल खोल दी। फिर दोनों नाबालिग पकड़े गये। आरोपियों ने बताया कि श्रीराम कालोनी में स्थित एक धर्मस्थल के छत पर दोस्त की हत्या कर शव का छुपा दिया था। जो कि अब पुलिस ने बरामद कर ली है। शव को दोनों आरोपियों ने ईंट और रेत डालकर शव को छुपा दिया था।
फरहान पांचवी कक्षा का था छात्र
फरहान के मरने पर परिजनों में गम का माहौल है। वहीं फरहान अपने पिता शमीम, मां फरजाना, बड़े भाई अरसलान और तीन बहनों के साथ श्रीराम कालोनी गली नंबर 11 में रहता था। फरहान इलाके में स्थित एक स्कूल की पांचवीं कक्षा में पढ़ता था। साथ ही घर के पास स्थित धर्मस्थल में कुरान के हाफ्जे की पढ़ाई करता था। उसके पिता ने बताया कि तीन दिन पहले दोनों बेटों के साथ धर्मस्थल में नमाज पढ़ने गया था। नमाज पढ़कर वह घर आ गया, जबकि दोनों बच्चे वहां पढ़ाई करने के लिए रूक गए।
फरहान को लेकर धर्मस्थल से आया था फोन
घर पहुंचने के कुछ देर बाद धर्मस्थल से फोन आया और बताया कि फरहान यहां में नहीं है। उसके बाद परिवार वालों ने फरहान की तलाश शुरू की। काफी तलाश के बाद जब उसका कोई सुराग नहीं मिला तो परिवार वालों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने धर्मस्थल के मौलवी को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ करने के साथ-साथ पढ़ने वाले बच्चों से पूछताछ की। पुलिस ने धर्मस्थल के पास लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच की गई। तब असली खेल का पता चला।
पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों ने अपराध स्वीकारा
पुलिस को उन दो बच्चों पर शक हुआ। कड़ाई से पूछताछ करने पर उन्होंने अपराध स्वीकार कर लिया। पूछताछ में उन लोगों ने बताया कि टीवी सीरियल सीआईडी देखकर घटना को अंजाम दिया। उनका मकसद बच्चे की हत्या करने के बाद उसके परिवार वालों से फिरौती मांगने की थी। उन्हें लगता था कि शमीम के पास काफी पैसे हैं और वह फिरौती दे देगा।