Delhi Doctors Strike: NDMC अस्पतालों के डॉक्टर्स वेतन भुगतान को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर
Delhi Doctors Strike: एमसीडीए की स्थापना 1974 में हुयी थी, इसके करीब 1200 सदस्य हैं। यह संगठन निगम के अस्पतालों के वरिष्ठ स्थायी चिकित्सकों का संगठन है। इस संगठन में दो अन्य निगमों के अस्पतालों के चिकित्सक भी शामिल हैं।;
दिल्ली के उत्तरी नगर निगम संचालित अस्पतालों के डॉक्टर्स अपने वेतन भुगतान की मांग को लेकर मंगलवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये। उनकी मांग है कि कई महीनों से रूके वेतन को बहाल किया जाए। उधर, डॉक्टर्स के हड़ताल पर जाने से अस्पतालों के मरीजों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है।
पिछले तीन महीने से नहीं मिला वेतन: एमसीडीए
नगर निगम चिकित्सक संगठन (एमसीडीए) की महासचिव मारूति सिन्हा ने बताया कि पिछले तीन महीने से लंबित वेतन भुगतान समेत हमारी मांगें पूरी नहीं हुयी, इसलिये हम अब अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। एमसीडीए की स्थापना 1974 में हुयी थी, इसके करीब 1200 सदस्य हैं। यह संगठन निगम के अस्पतालों के वरिष्ठ स्थायी चिकित्सकों का संगठन है। इस संगठन में दो अन्य निगमों के अस्पतालों के चिकित्सक भी शामिल हैं।
700 से ज्यादा डाक्टर्स अवकाश पर
सिन्हा ने सोमवार को कहा था कि हमारे पास करीब 700 चिकित्सक हैं जो उत्तरी दिल्ली नगर निगम के अस्पतालों के हैं जो एमसीडीए का हिस्सा हैं। हम सब इसके विरोध में सामूहिक अवकाश पर गये हैं और हमने इमरजेंसी में भी मरीजों को नहीं देखा। चिकित्सकों के अपनी मांगों के समर्थन में हड़ताल के कारण हिंदू राव अस्पताल एवं उत्तरी दिल्ली नगर निगम संचालित अस्पतालों के मरीजों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
एमसीडी का डॉक्टरों को वेतन ना देना शर्मनाक: केजरीवाल
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के अस्पतालों के डॉक्टरों को बिना वेतन के काम करने के लिए मजबूर करना शर्मनाक है। साथ ही उन्होंने केन्द्र से नगर निगमों को अनुदान देने का अनुरोध भी किया ताकि वे डॉक्टरों का वेतन दे पाएं। केजरीवाल ने एमसीडी के कामकाज में घोर कुप्रबंधन और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि चीजें सही करने का समय आ गया है। उत्तरी एमसीडी से तत्काल इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है।