दिल्ली सरकार ने युवाओं को दी खुशखबरी! 5,000 हेल्थ अस्टिटेंट की होगी भर्ती, जानें कब कर सकेंगे आवेदन

सीएम केजरीवाल ने कहा कि सरकार ने 5,000 हेल्थ अस्टिटेंट तैयार करने की एक बहुत महत्त्वाकांक्षी योजना बनाई है। 5,000 युवाओं को 2-2 हफ़्ते की ट्रेनिंग दी जाएगी, आईपी यूनिवर्सिटी ये ट्रेनिंग दिलवाएगी। दिल्ली के 9 बड़े मेडिकल इंस्टीट्यूट में बेसिक ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्होंने कहा कि ये 5,000 हेल्थ अस्टिटेंट डॉक्टर और नर्स के अस्टिटेंट के रूप में काम करेंगे। 17 जून से इसके लिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है और 28 जून से इनकी ट्रेनिंग शुरू होगी।;

Update: 2021-06-16 06:58 GMT

दिल्ली में कोरोना की तीसरी लहर (Corona Third Wave) को लेकर केजरीवाल सरकार (Kejriwal Government) कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। इसलिए छोटी से छोटी चीजों पर ध्यान दे रही है। वहीं कोरोना के मामले फिलहाल कम आ रहे है। वहीं, कोरोना की तीसरी लहर की तैयारियों में बड़े स्तर पर स्वास्थ्यकर्मियों (Medical Staff) की जरूरत होगी। इसलिए दिल्ली में इसकी कमी को पूरी करने के लिए तमाम जरूरी कदम उठाए जा रहे है। 

इस बीच, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस (Press Conference) करके युवाओं को खुशखबरी दी है। सीएम केजरीवाल ने कहा कि सरकार ने 5,000 हेल्थ अस्टिटेंट (Five Thousand Health Assistance) तैयार करने की एक बहुत महत्त्वाकांक्षी योजना बनाई है।

5,000 युवाओं को 2-2 हफ़्ते की ट्रेनिंग दी जाएगी, आईपी यूनिवर्सिटी ये ट्रेनिंग दिलवाएगी। दिल्ली के 9 बड़े मेडिकल इंस्टीट्यूट में बेसिक ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्होंने कहा कि ये 5,000 हेल्थ अस्टिटेंट डॉक्टर और नर्स के अस्टिटेंट के रूप में काम करेंगे। 17 जून से इसके लिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है और 28 जून से इनकी ट्रेनिंग शुरू होगी। इसके लिए 12वीं कक्षा पास लोग योग्य हैं। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हेल्थ असिस्टेंट के लिए 12वीं क्लास में पास होना जरूरी होगा, 18 साल से अधिक उम्र हो, इससे तीसरी लहर में मैन पॉवर तैयार करने में आसानी होगी। पिछले दिनों ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि अब देशभर में कोरोना की तीसरी लहर का खतरा है। तीसरी लहर से निपटने को लेकर तैयारी करनी होगी।

देशभर में तीसरी लहर को लेकर चेताते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अब तीसरी लहर का डर है। इंग्लैंड में कोरोना मामले बढ़ रहे हैं जबकि 45% लोग वहां वैक्सीन लगवा चुके हैं। इसलिए हाथ पे हाथ रखकर नहीं बैठना है। हम तीसरी लहर के लिए तैयारी कर रहे हैं। दिल्ली में इस लहर में ऑक्सीजन की कमी महसूस हुई। उन्होंने कहा कि आम दिनों में 150 टन ऑक्सीजन की जरूरत होती थी जबकि दूसरी लहर में 700 टन ऑक्सीजन की जरूरत पड़ी। तीसरी लहर आने की उम्मीद सत्य है। इसलिए ऑक्सीजन स्टोर की क्षमता भी बढ़ाई जा रही है।

Tags:    

Similar News