कोरोना के बढ़ते खौफ को लेकर दिल्ली सरकार का बड़ा फैसला, अभी ऑनलाइन ही चलेगी बच्चों की क्लास
शिक्षा विभाग ने यह स्पष्ट किया कि स्कूलों को अभी ऑफलाइन क्लासेज़ शुरू करने की आज़ादी नहीं है। नोटिस के अनुसार, सत्र 2020-21 के केवल कक्षा 9 से 12 के छात्रों को जरूरी क्लासेज़ के लिए या प्रैक्टिकल/ बोर्ड परीक्षा के लिए ही स्कूल बुलाया जा सकता है। अन्य सभी क्लासेज़ केवल ऑनलाइन मोड में ही आयोजित होंगी।;
दिल्ली में कोरोना का ग्राफ (Corona Virus) लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में बच्चों का स्कूल जाना खतरे से खाली नहीं रह गया है। इसको लेकर दिल्ली सरकार (Delhi Government) ने बड़ा फैसला किया है। राजधानी में 1 अप्रैल से शुरू हुए नए शैक्षणिक सत्र को लेकर शिक्षा विभाग (Education Department) ने एक नोटिस जारी किया है। शिक्षा विभाग ने यह स्पष्ट किया कि स्कूलों को अभी ऑफलाइन क्लासेज़ शुरू करने की आज़ादी नहीं है। नोटिस के अनुसार, सत्र 2020-21 के केवल कक्षा 9 से 12 के छात्रों को जरूरी क्लासेज़ के लिए या प्रेक्टिकल/ बोर्ड परीक्षा के लिए ही स्कूल बुलाया जा सकता है। अन्य सभी क्लासेज़ केवल ऑनलाइन मोड में ही आयोजित होंगी।
9 से 12 के छात्रों को केवल माता-पिता की सहमति से आने की इजाजत
नोटिस में ऑनलाइन क्लासेज को विशेष रूप से फोकस किया गया है। नोटिस में लिखा गया है कि 'कक्षा 9 से 12 (सत्र 2020-21) के छात्रों को केवल माता-पिता की सहमति के साथ ही कोविड के एसओपी का पालन करते हुए मिड टर्म/ प्री-बोर्ड/ वार्षिक/ बोर्ड परीक्षा के लिए स्कूल में बुलाया जा सकता है। इसके अलावा, यह स्पष्ट किया गया है कि अन्य क्लासेज़ के बच्चों को शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए, अगले आदेश तक स्कूल में नहीं बुलाया जा सकता। हालांकि, पढ़ाई ऑनलाइन माध्यम से 01 अप्रैल से शुरू की जा सकती है।
अगले आदेश तक क्लासेज़ ऑनलाइन ही जारी रहेंगी
सरकारी अधिकारियों ने समझाया है कि यह आदेश विशेष रूप से 2020-21 के शैक्षणिक सत्र के छात्रों के लिए है। स्कूलों को फिर से खोलने का आदेश उन छात्रों के लिए था, जो बोर्ड परीक्षाओं के लिए उपस्थित होंगे। दिल्ली सरकार ने जनवरी में कक्षा 9 से 12 के छात्रों के लिए स्कूलों को आंशिक रूप से फिर से खोलने की अनुमति दी थी। छात्रों को बोर्ड परीक्षा की तैयारी के लिए शारीरिक रूप से स्कूलों में जाने की अनुमति है। अगले आदेश तक क्लासेज़ ऑनलाइन ही जारी रहेंगी।