खुशखबरी! दिल्ली में जल्द मिलेगा यूनिक स्मार्ट हेल्थ कार्ड, सर्वे का काम जारी, जानकारी के लिए पढ़ें पूरी खबर
दिल्ली के नागरिकों को अपने परिवार के सदस्यों के साथ अस्थायी ई-हेल्थ कार्ड प्राप्त करने के लिए खुद को पहले पंजीकरण कराना होगा। नागरिकों को पूर्व-पंजीकरण के बाद एक साल के लिए अस्थायी ई-स्वास्थ्य कार्ड जारी किया जाएगा और सर्वेक्षण के माध्यम से नागरिक विवरण को मान्य करने और बाद में सभी आवश्यक डेटा को अपडेट करने के बाद स्थायी (पीवीसी) कार्ड में बदल दिया जाएगा।;
दिल्ली सरकार (Delhi Government) जल्द ही लोगों को यूनिक स्मार्ट हेल्थ कार्ड (Unique Smart Health Card) जारी करने जा रही है। ये पहचान पत्र की तरह की बनाया जाएगा। इसे लेकर दिल्ली मंत्रिमंडल (Delhi Cabinet) ने एक बैठक में एचआईएमएस योजना को अनुमति दे दी है। इस हेल्थ कॉर्ड में आपकी बीमारी से संबंधित पूरी जानकारी दर्ज की जाएगी। वहीं जितनी बार आप अस्पताल (Delhi Hospital) जाएंगे उनती बार ही उसमें रिकॉर्ड किया जाएगा। आपको बता दें कि दिल्ली सरकार इस योजना पर जनवरी 2018 से काम कर रही है। हेल्थ कॉर्ड के जरिए लोगों को अपने स्वास्थ्य सेवाओं व उसकी पात्रता की जानकारी भी मिलेगी।
दिल्ली के नागरिकों को अपने परिवार के सदस्यों के साथ अस्थायी ई-हेल्थ कार्ड प्राप्त करने के लिए खुद को पहले पंजीकरण कराना होगा। नागरिकों को पूर्व-पंजीकरण के बाद एक साल के लिए अस्थायी ई-स्वास्थ्य कार्ड जारी किया जाएगा और सर्वेक्षण के माध्यम से नागरिक विवरण को मान्य करने और बाद में सभी आवश्यक डेटा को अपडेट करने के बाद स्थायी (पीवीसी) कार्ड में बदल दिया जाएगा।
दिल्ली सरकार का कहना है हम जल्द से जल्द सभी सरकारी अस्पतालों में एचआईएमएस लागू करेंगे। बाद में निजी अस्पतालों को भी चरणबद्ध तरीके से इससे जोड़ा जाएगा। अस्पताल प्रशासन, बजट और योजना, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन, बैक एंड सेवा और प्रक्रियाओं जैसी सभी रोगी देखभाल संबंधी सेवाओं को इस प्रणाली के तहत लाया जाएगा।
नाबालिग बच्चों का हेल्थ कॉर्ड बनेगा मगर उनका कॉर्ड माता-पिता के कार्ड से लिंक होगा। जब तक स्मार्ट हेल्थ कॉर्ड नहीं मिलेगा योजना के तहत उन्हें अस्थायी ई-हेल्थ कॉर्ड जारी किया जाएगा। फिलहाल स्वास्थ्य विभाग की ओर से हेल्थ कॉर्ड के लिए सर्वे का काम जारी है। सर्वे का यह डाटा क्लाउड पर आधारित रहेगा। दिल्लीवालों को इससे जुड़ी जानकारी के लिए दिल्ली के अलग-अलग हिस्से में हेल्पडेस्क काउंटर खोले जाएंगे।