DTC बस खरीद मामला: फिर आमने-सामने आए भाजपा और आप, लगाए एक दूसरे पर गंभीर आरोप
आबकारी नीति के बीच अब लो फ्लोर बसों की खरीद प्रक्रिया में लग रहे भ्रष्टाचार के आरोप। इनकी भी जांच करेगी सीबीआई।;
आबकारी नीति (Excise Policy) में हुए कथित घोटाले (Scam) की सीबीआई (Cbi) जांच अभी चल ही रही थी कि एक और सीबीआई जांच (Enquiry) से दिल्ली सरकार (Delhi Government) का सामना होने वाला है। ताजा मामला 1000 लो फ्लोर बसों (Low floor buses) की खरीद के लिए जारी प्रक्रिया में हुए कथित घोटाले का है। एलजी वीके सक्सेना (VK saxena) के इस कथित घोटाले की जांच को सीबीआई को भेजने के बाद तो दोनों पार्टियों में जुबानी जंग और भी तेज हो गई है। रविवार को भाजपा और आम आदमी पार्टी दोनों ने प्रेस कांफ्रेंस (Press Confrance) कर एक-दूसरे पर खूब आरोप लगाए।
क्या है डीटीसी बस खरीद घोटाला
एलजी वीके सक्सेना के पास कुछ दिनों पहले एक शिकायत (Complaint) आई थी, जिसमें डीटीसी द्वारा एक हजार लो-फ्लोर बसों की खरीद के लिए जारी प्रक्रिया में भ्रष्टाचार (Corruption) का दावा किया गया था। शिकायत में आरोप था कि, जुलाई 2019 में में BS-4 और BS-6 लो फ्लोर बसों की खरीद के लिए बोली लगी थी। इसके बाद मार्च 2022 में BS-6 लो फ्लोर बसों की खरीद और रखरखाव (maintenance) के लिए दूसरी बोली लगी। इन दोनों बोलियों में कई अनियमितताएं (irregularities) बरती गईं थीं। शिकायत में ये भी दावा किया गया था कि, भ्रष्टाचार करने के उद्देश्य से ही परिवहन मंत्री को बसों की निविदा व खरीद के लिए नियुक्त की गई समिति का अध्यक्ष बनाया गया था। शिकायत मिलने के बाद एलजी ने 22 जुलाई को दिल्ली के मुख्य सचिव को इसकी जांच और इस पर सरकार की प्रतिक्रिया लेने की जिम्मेदारी दी। 19 अगस्त को मुख्य सचिव ने अपनी जांच रिपोर्ट एलजी के पास भेजी, जिसमें इस मामले की जांच सीबीआई से करवाने का प्रस्ताव रखा गया। कल यानी कि रविवार को एलजी ने मुख्य सचिव के प्रस्ताव पर मुहर लगाते हुए जांच सीबीआई के पास भेज दी।
भाजपा ने बोला जोरदार हमला
मामले में सीबीआई की एंट्री के बाद आप और भाजपा खुलकर आमने-सामने आ गए और जुबानी जंग तेज कर दी। रविवार को भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया (Gaurav Bhatia), प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता (Adesh gupta) और विधायक दल के नेता विजेंद्र गुप्ता (Vijendra Gupta) ने प्रेस कांफ्रेंस (press Confrance) कर दिल्ली सरकार पर जोरदार हमला बोला। गौरव भाटिया ने कहा कि, आम आदमी एक अराजक पार्टी और पूरी सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त है। जब इनसे भ्रष्टाचार को लेकर सवाल किया जाता है, तो ये लोग इधर-उधर की बात करते हैं। केजरीवाल सरकार ने परिवहन मंत्री को ही ट्रांसपोर्ट बोर्ड का चेयरमैन बना दिया, यह पहली बार हुआ है, इससे पहले तक यह पद किसी अधिकारी के पास होता था।
विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि, केजरीवाल खुद भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। नोटों की गड्डियां सीएम हाउस तक पहुंच रही थीं। केजरीवाल को अपन पद पर रहने का कोई हक नहीं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने भी एलजी के इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि, रोज केजरीवाल सरकार का कोई ना कोई घोटाला खुल रहा है। ये महाभ्रष्ट सरकार है।
आप ने भी दिया सभी आरोपों का जबाव
रविवार को ही आप की तरफ से विधायक आतिशी मर्लेना (Atishi marlena), सौरभ भारद्वाज (Saurabh Bhardwaj) और दुर्गेश पाठक (Durgesh Pathak) ने प्रेस कांफ्रेंस कर भाजपा के सभी आरोपों का जवाब दिया। आतिशी ने कहा कि, एलजी पर प्रधानमंत्री का प्रेशर है कि अरविन्द केजरीवाल के खिलाफ रोज कुछ ना कुछ मामला खडा करें। जब कोई बस खरीदी ही नहीं गई, तो घोटाला कैसे से हो गया। प्रधानमंत्री अरविन्द केजरीवाल की बढती लोकप्रियता से परेशान हैं। अभी हाल में ही एक बड़े न्यूज़ चैनल (News Channel) ने एक सर्वे (Survey)में देश भर के लोगों से पूछा था कि - क्या 2024 में सीएम केजरीवाल पीएम मोदी के लिए चुनौती हैं? जवाब में 63 % लोगों ने हां कहा। इसी के बाद से पीएम परेशान हो गये और CBI, ED और LG को अरविन्द केजरीवाल के खिलाफ लगा दिया।
आप विधायक सौरभ भारद्वाज ने भी भाजपा पर तंज कसते हुए ट्वीट किया। ट्वीट में तीन तोतों की तस्वीर डालते हुए सौरभ ने कहा कि, कितना आसान है - "भाजपा की शिकायत, भाजपा का LG,भाजपा की CBI, खुद शिकायत करो, LG से चिट्ठी लिखवाओ, खुद CBI को जाँच भेजो, रोज़ बोलो भ्रष्टाचार हो गया , एक भाषा बोलने वाले तोते हैं।"
दुर्गेश पाठक ने भी दिल्ली सरकार पर लगे आरोपों कहा कि, एलजी रोज एक नई फर्जी जांच बैठा देते हैं। इस बार तो ऐसे मामले में जांच बिठाई है, जिसमें पूर्व एलजी पहले ही क्लीन चिट दे चुके हैं। इनका मकसद निष्पक्ष जांच कराना नहीं, बल्कि ठेकेदारों को सन्देश देने है कि हिस्सा कहाँ पहुंचाना है। एलजी साहब के हेड कैशियर ने लिख कर दिया था कि वो इनके काले धन को सफ़ेद करता था, इन्होंने अपनी बेटी को भी टेंडर दिए। इन मामलों पर एलजी साहब को भी तो अपनी जांच करवानी चाहिए।