Delhi Mcd: स्टैंडिग कमेटी के सदस्यों का चुनाव कई बार स्थगित, AAP और BJP पार्षदों के बीच झड़प
दिल्ली को नया मेयर तो मिल गया लेकिन स्टेंडिग कमेटी के सदस्यों के चुनाव सफलतापूर्वक संपन्न नहीं हो पा रहे हैं। पार्षदों के हंगामे के चलते पांच बार कार्यवाही को स्थगित किया जा चुका है।;
बुधवार को दिल्ली नगर निगम चुनाव में नया मेयर तो मिल गया लेकिन स्थायी समिति के सदस्यों का चुनाव हंगामे की भेंट चढ़ते जा रहा है। बुधवार से वर्तमान समय तक 6 बार कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया है। हंगामें के चलते सदन की कार्यवाही को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। इस चुनाव में आम आदमी पार्टी के निगम पार्षद और भाजपा के पार्षद आपस में भिड़ गए। इस दौरान जमकर मारपीट भी हुई। भारी नारेबाजी और हंगामे के बीच सदन को बार-बार रूकावटों का सामना करना पड़ा। इस चुनाव में पार्षद इतने आक्रोश में दिखे कि उन्होंने मतपेटियों को उठाकर वेल में फेंकना शुरू कर दिया।
दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय ने लगाया आरोप
दिल्ली की नवनिर्वाचित मेयर शैली ओबेरॉय ने आरोप लगाया कि कुछ भाजपा पार्षदों ने स्थायी समिति के छह सदस्यों को चुनने के लिए चुनाव कराने की कार्यवाही के दौरान उन पर हमला करने की कोशिश की। इन चुनावों में महिला मेयर पर हुए हमले की निंदा करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि यह पूरी तरह चौंकाने वाला और अस्वीकार्य घटना है।
भाजपा ने लगाया आरोप
दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने आरोप लगाया कि आप नहीं चाहती कि स्थायी समिति का चुनाव हो क्योंकि वह हार जाएगी। आप ने जिस तरह पहले फोन के इस्तेमाल की अनुमति देकर और बाद में दर्शक दीर्घा से सदन में बोतलें फेंककर स्थायी समिति के चुनाव में बाधा डाली, उससे साफ है कि वे चुनाव नहीं होने देंगे क्योंकि वे हार रहे हैं। इसके साथ ही कहा कि मेयर नगर निगम में नाममात्र का प्रमुख होता है, यह स्थायी समिति होती है जिसके पास कार्यकारी शक्तियाँ होती हैं।
परियोजनाओं को वित्तीय स्वीकृति प्रदान करने, लागू की जाने वाली नीतियों से संबंधित चर्चाओं और अंतिम रूप देने, उप-समितियों की नियुक्ति और नियम बनाने की शक्तियां स्थायी समिति के दायरे में होती हैं।
आप के नेता ने दी प्रतिक्रिया
इस पर आप के नेता सौरभ भारद्वाज ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा के पार्षद स्थायी समिति के चुनावों को रोकना चाहते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट रूप से कहा था कि सभी चुनाव पहली बैठक में होने चाहिए, इसलिए हम आज ही, चाहे रात में हो या सुबह में चुनाव चाहते हैं।