Delhi: MCD के टीचरों ने शुरू की हड़ताल, तीन माह से नहीं मिला वेतन
टीचर्स एसोसिएशन ने बताया कि टीचरों को मई माह में वेतन दिया गया था इसके बाद से उन्हें वेतन नहीं मिला है। ऐसे में वह और अपने परिवार का भरण-पोशण नहीं कर पा रहे है।;
दिल्ली में वेतन भुगतान को लेकर हजारों टीचरों ने हड़ताल शुरू कर दिया है। उत्तरी और पूर्वी दिल्ली नगर निगम के टीचरों ने कहा कि हमें तीन महीने से वेतन नहीं मिला है। वहीं कोरोना काल में घर परिवारों को चलाने में दिक्कत आ रही है। कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आपको बता दें कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम के स्कूल में 9 हजार से अधिक टीचर हैं वहीं पूर्वी दिल्ली नगर निगम में 4 हजार से ज्यादा टीचर्स काम कर रहे हैं।
टीचरों का दावा है कि वे लगातार काम कर रहे हैं इसके बावजूद भी उनका वेतन नहीं दिया जा रहा है। टीचरों ने चेतावनी दी कि जब तक वेतन का भुगतान नहीं कर देते वह किसी भी निगम की बैठक नहीं होने देंगे। वहीं टीचर्स एसोसिएशन ने बताया कि टीचरों को मई माह में वेतन दिया गया था इसके बाद से उन्हें वेतन नहीं मिला है। ऐसे में वह और अपने परिवार का भरण-पोशण नहीं कर पा रहे है।
उधर, टीचरों का एक गुट हर रोज एमसीडी मुख्यालय के बाहर हर रोज दो घंटे धरना देते है। इससे पहले भी दिल्ली विश्वविद्यालय के में के 8 अध्यापकों ने वेतन न मिलने के कारण दिल्ली हाईकोर्ट का रुख किया था। इस मामले में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा था कि दिल्ली युनिवर्सिटी के 12 कॉलेजों को दिल्ली सरकार फंड देती है। पिछले कुछ महीनों से दिल्ली युनिवर्सिटी के इन कॉलेजों में से कुछ में टीचरों की सैलरी का मुद्दा उठा हुआ है।
जब मैंने सैलरी ग्रांट को स्टडी किया तो पाया कि हर साल सैलरी ग्रांट में इज़ाफा हुआ है। उन्होंने कहा कि कॉलेजों में फुली फंक्शनल गवर्निंग बॉडी बनाने की प्रक्रिया को लटकाया जा रहा है। कुछ अध्यापकों और स्टाफ न मुझे बताया कि किस तरह से फंड का दुरुपयोग किया जा रहा है। सैलरी न देकर उसे दूसरी जगह खर्च किया जा रहा है।