Twitter ने छीना Satyendre Jain का ब्लू टिक, बीजेपी बोली- अब तो मंत्री पद से हटाओ
ट्विटर ने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के अकाउंट से ब्लू टिक हटा दिया है। इसको लेकर राजनीति शुरू हो गई है। बीजेपी ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि अब तो जैन को मंत्रिमंडल से हटा देना चाहिए।;
Satyendre Jain Twitter: दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के लिए एक बुरी खबर है। ट्विटर ने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री को बड़ा झटका दिया है। Satyendar Jain पिछले 7 महीनों से मनी लॉन्ड्रिंग केस में दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं। हाल में तिहाड़ जेल से उनकी कई सारी वीडियो भी वायरल हुई थीं। उनके ऊपर आरोप लगाया गया कि उन्हें जेल में VVIP ट्रीटमेंट दी जा रही है। इस बीच कई दिनों तक वे सुर्खियों में रहे थे। हालांकि आम आदमी पार्टी ने उनके ऊपर लग रहे आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि किसी बीमारी के उपचार के तहत डॉक्टरों ने उन्हें फिजियोथेरेपी देने के लिए कहा है। वह विवाद तो थम गया, लेकिन ट्विटर ने सत्येंद्र जैन को एक बार फिर से सुर्खियों में ला दिया है। ट्विटर ने आज तिहाड़ जेल में बंद सत्येंद्र जैन का ब्लू टिक हटा दिया है। इसको लेकर पक्ष-विपक्ष एक दूसरे से भिड़ते नजर आ रहे हैं।
ट्विटर द्वारा सत्येंद्र जैन के ट्विटर अकाउंट का ब्लू टिक हटते ही इस पर राजनीति शुरू हो गई है। दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने जैन पर तंज कसते हुए कहा कि अब तो ट्विटर ने भी AAP नेता सत्येंद्र जैन की मान्यता वापस ले ली है। अब यह देखने वाली बात होगी कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल सत्येंद्र जैन को अपने मंत्रिमंडल से कब हटाएंगे। प्रवक्ता ने कहा केजरीवाल जी अब तो सत्येंद्र जैन को अपने मंत्रिमंडल पद से हटा दो। बता दें कि सत्येंद्र जैन ने आखिरी ट्वीट 29 मई, 2022 को किया था। जैन ने यह आखिरी ट्वीट मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तारी से एक दिन पहले किया था ।
7 माह से जेल में बंद हैं सत्येंद्र जैन
बता दें कि मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन पिछले 7 महीने से जेल में बंद हैं। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम की धाराओं के तहत 24 अगस्त 2017 को सीबीआई द्वारा एफआईआर दर्ज किया गया था। इसके आधार पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था। सीबीआई ने जैन पर आरोप लगाया था कि दिल्ली सरकार में मंत्री रहते हुए उन्होंने 14 फरवरी 2015 से 31 मई 2017 तक अपनी आय से अधिक है।