नौकरी के नाम पर 25 हजार लोगों से गिरोह ने की करोड़ों की ठगी, दिल्ली पुलिस ने ऐसे दबोचा गैंग का सरगना
दिल्ली पुलिस ने उत्तर प्रदेश बरेली से नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले एक गैंग का पर्दाफाश किया है। यह गैंग अब तक 25,000 से ज्यादा लोगों से ठगी कर चुका था।;
नौकरी दिलवाने के नाम पर करीब 25,000 से ज्यादा लोगों से ठगी (cheating) कर चुके एक गिरोह (Gang) का दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने पर्दाफाश किया है। बेरोजगार (Unemployed) युवक-युवतियों को नौकरी (Job) का झांसा देकर पैसे वसूलने वाला यह गैंग उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बरेली (Bareilly) में एक कॉल सेंटर से संचालित हो रहा था। पुलिस ने छापेमारी (Raid) कर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गैंग लगभग छह सालों से ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहा था। आरोपियों के बैंक खाते से करोड़ों के लेन-देन की भी जानकारी मिली है।
कैसे करते थे ठगी
मिली जानकरी के मुताबिक, दिल्ली की सीआर पार्क निवासी रिचा मिश्रा ने अपने साथ हुई करीब 2,76,000 रुपये की ठगी की शिकायत साइबर थाना पुलिस को दी थी। शिकायत में रिचा ने बताया कि उसने Shine.com नाम के प्लेटफॉर्म पर प्राइवेट नौकरी के लिए आवेदन किया था। इसके बाद उसे तीन अलग-अलग नंबरों से हल्दीराम कंपनी में HR मैनेजर के रूप में नौकरी की पेशकश की गई। आरोपियों ने रिचा से कागजी कार्यवाई और अच्छा पद दिलवाने के नाम पर करीब 2,76,000 रुपये अलग-अलग बैंक खातों में जमा करा लिये। पैसे लेने के बाद आरोपियों ने युवती को हल्दीराम कंपनी के पत्र पर जॉइनिंग लेटर भी भेजा। हल्दीराम कंपनी के ऑफिस पहुंचने पर युवती को पता चला कि जॉइनिंग लेटर फर्जी है और उसके साथ ठगी हुई है।
कैसे पकड़ा गया गैंग
युवती की शिकायत के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। आरोपियों के बैंक खाते और मोबाइल नंबरों की अच्छी तरह से जांच पड़ताल की गई। जांच करने के बाद बरेली की एक जगह को फर्जी कॉल सेंटर के रूप में चिन्हित किया गया। इसके बाद दिल्ली पुलिस की एक टीम ने स्थानीय पुलिस की मदद से बरेली के बसंत विहार में छापेमारी कर चार युवकों को गिरफ्तार किया। युवकों के पास से पांच लैपटॉप, 23 कीपैड मोबाइल फोन, छह स्मार्ट फोन, विभिन्न बैंकों के क्रेडिट कार्ड, कई भाषाओं की किताबें और कई सिमकार्ड बरामद किए हैं। जांच के दौरान पुलिस को यह भी पता चला कि इन ठगों ने करीब 25,000 से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बनाया है, जिनमें ज्यादातर युवतियां हैं।
वहीं पुलिस गिरफ्त में आए आरोपियों की पहचान प्रांशु उर्फ अंशुल निवासी फर्रुखाबाद, हिमांशु उर्फ विशाल, पंकज पांडे निवासी फरीदाबाद हरियाणा और दिल्ली के बदरपुर निवासी दीपक कुमार यादव के रूप में हुई है।