दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल को लगी सट्टे की लत, बर्खास्त हुआ तो ट्रैफिक पुलिस की वर्दी पहनकर कर मचा दिया हड़कंप
राष्ट्रीय राजधानी की दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के कांस्टेबल सट्टा (Satta) खलेना भारी पड़ गया। कांस्टेबल को ऑनलाइन सट्टा (Online Satta) खेलने की ऐसी लत लगी की उसका भविष्य बर्बाद हो गया। ऑनलाइन सट्टे में पैसे गंवाने के बाद वह ठगी करने लगा।;
राष्ट्रीय राजधानी की दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के कांस्टेबल सट्टा (Satta) खलेना भारी पड़ गया। कांस्टेबल को ऑनलाइन सट्टा (Online Satta) खेलने की ऐसी लत लगी की उसका भविष्य बर्बाद हो गया। ऑनलाइन सट्टे में पैसे गंवाने के बाद वह ठगी करने लगा।
जिसके कारण उसे नौकरी से निकल दिया गया इसके बाद वह किसी भी साइबर कैफे में ट्रैफिक पुलिस (Delhi Traffic Police) कर्मी की वर्दी पहन जाता और अपनी कोई मजबूरी बता साइबर कैफे संचालक से आनलाइन पैसे लेता, बदले में नकदी देने की बात कर ठगी करता था।
आरोपी रोहित दलाल के खिलाफ धोखाधड़ी के पांच मामले दर्ज हैं। वह हरियाणा के झज्जर जिले के बहादुरगढ़ का रहने वाला है। उत्तरी जिले के डीसीपी सागर सिंह कलसी (DCP Sagar Singh Kalsi) के मुताबिक, मजनू का टीला निवासी राहुल ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें ट्रैफिक पुलिस की वर्दी पहने एक शख्स उसके साइबर कैफे में आया।
उसने किसी मजबूरी का हवाला देते हुए 16 हजार रुपये एप पर ट्रांसफर करा दिए, जबकि वह बिना कैश दिए चला गया। सीसीटीवी कैमरे (CCTV Cameras) की फुटेज और बैंक डिटेल्स से जुड़ी जानकारी जुटाने के बाद आरोपी की पहचान रोहित दलाल (Rohit Dalal) के रूप में हुई। जांच में पता चला कि उसे पिछले साल ही दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल के पद से बर्खास्त कर दिया गया था।
जिसके बाद पुलिस ने उसे 29 जुलाई को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने बताया कि वह 2016 में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) में शामिल हुआ था। उसकी तैनाती बटालियन में थी। वह ऑनलाइन पर सट्टा लगाने लगा। पूरा वेतन और जमा पूंजी सट्टा खलेने में उड़ा दी गई। उसने नुकसान होने पर रिश्तेदारों और सहयोगियों से कर्ज लिया, जिसे वह चुका नहीं सका। तो उसने धोखा देना शुरू कर दिया। वह दूसरों को प्रभावित करने के लिए ट्रैफिक पुलिस (Delhi Traffic Police) की वर्दी पहनता था। उसके खिलाफ अशोक विहार, आदर्श नगर, बाबा हरिदास नगर और जहांगीरपुरी में मामले दर्ज हैं।