प्रदूषण को लेकर पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा- अब तक एक हजार जगहों पर की छोपमारी, 70 लाख रुपये का लगाया गया जुर्माना
राय इन राज्यों की सरकारों से जिम्मेदार दृष्टिकोण अपनाने का अनुरोध किया। राय ने कहा कि यह सामान्य चलन है कि जैसे-जैसे पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में पराली जलाने की घटनाएं बढ़ती हैं, दिल्ली में वायु गुणवत्ता बिगड़ने लगती है।;
Delhi Pollution दिल्ली की वायु गुणवत्ता (AQI) आज सुबह 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज की गई। लेकिन बारिश के बाद प्रदूषण से लोगों को राहत मिली। लेकिन प्रदूषण से खराब होती दिल्ली की हालत पर पर्यावरण मंत्री गोपाल राय (Environment Minister Gopal Rai) ने कहा कि पड़ोसी राज्यों (Neighboring States) में पराली जलाने (Stubble Burning) की बढ़ती घटनाओं के कारण ऐसा हुआ है। उन्होंने इन राज्यों की सरकारों से जिम्मेदार दृष्टिकोण अपनाने का अनुरोध किया। राय ने कहा कि यह सामान्य चलन है कि जैसे-जैसे पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में पराली जलाने की घटनाएं बढ़ती हैं, दिल्ली में वायु गुणवत्ता बिगड़ने लगती है।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि प्रदूषण को रोकने के लिए हम पूरी दिल्ली में एंटी डस्ट कैंपेन चला रहे हैं। प्रदूषण फैलाने की गतिविधियों के ख़िलाफ़ अब तक 1,000 जगहों पर छापा मारकर लगभग 70 लाख रुपए का ज़ुर्माना लगाया गया है। उन्होंने कहा कि कल से हम दिल्ली में गाड़ियों के द्वारा फैलने वाले प्रदूषण के ख़िलाफ़ "रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ" अभियान की शुरुआत कर रहे हैं।
पराली जलाने से रोकने के लिये जिम्मेदार रुख अपनाएं पड़ोसी राज्य
मंत्री ने कहा कि दो दिन पहले दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 171 था, लेकिन पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की घटनाएं बढ़ने के साथ ही एक्यूआई खराब होने लगा और रविवार को यह 284 रहा। उन्होंने कहा कि यह एक सामान्य प्रवृत्ति रही है। हमने पड़ोसी राज्यों से पराली जलाने की घटनाओं को नियंत्रित करने की अपील की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। पराली जलाने के विकल्प के रूप में हमने खेतों में बायो डीकंपोजर का छिड़काव शुरू कर दिया है, ऐसा ही पड़ोसी राज्यों को करना चाहिए।