Delhi Pollution Update: पराली जलाने की समस्या को लेकर अरविंद केजरीवाल ने दी खुशखबरी, जानें क्या दी जानकारी
Delhi Pollution Update: राजधानी दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण की वजह से वायु गुणवत्ता बिगड़ती जा रही है। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) के आंकड़ों के अनुसार आनंद विहार में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 364 ('बहुत खराब' श्रेणी ) पर है।;
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। इस प्रदूषण में दिल्लीवालों के लिए सांस लेना दूभर हो गया है। दिल्ली के प्रदूषण में पड़ोसी राज्यों द्वारा जलाई जा रही पराली भी महत्वपूर्ण कारण है। इसीलिए राजधानी के प्रदूषण में पराली जलाने की हिस्सेदारी 40 प्रतिशत से भी अधिक हो चुकी है। इसी बीच, पराली की समस्या को खत्म करने को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पूसा द्वारा तैयार 'बायो डीकम्पोजर' (एक प्रकार का घोल) दिल्ली में सफल है और उनकी सरकार सुप्रीम कोर्ट को बताएगी कि पराली को जलाने से रोकने का यह एक प्रभावी तरीका है। केजरीवाल ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि यह आखिरी साल होगा जब हम इसे (पराली जलाने से प्रदूषण) बर्दाश्त करेंगे। अब राज्य बहाना नहीं बना सकेंगे। उन्होंने कहा इससे पहले उन्होंने पूसा बायो डीकम्पोजर के बारे में बताने के लिए केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावेडकर से फोन पर बात की थी।
दिल्ली सरकार ने पराली जलाने की समस्या का समाधान तलाशा
केजरीवाल ने उत्तर दिल्ली के हीरांकी गांव में बातचीत में कहा कि दिल्ली ने कृषि अपशिष्ट को जलाने की समस्या का समाधान तलाश लिया है और अब कोई राज्य बहाना नहीं बना सकता है। पूसा बायो डीकम्पोजर को भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, पूसा ने विकसित किया है जो कृषि अपशिष्ट को 15 से 20 दिन में खाद में तब्दील कर देता है जिससे उन्हें जलाने की जरूरत नहीं होगी। पूसा बायो डीकम्पोजर का छिड़काव नरेला के हीरांकी गांव में गैर बासमती धान के खेतों में मुफ्त में किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूसा बायो डीकम्पोजर सफल रहा है। इसने पराली और कृषि अपशिष्ट को पूरी तरह से सड़ाकर खाद में तब्दील कर दिया है।
दिल्ली में खेतों में अगली फसल की बुआई होगी शुरू
किसान अब अपने खेतों में अगली फसल की बुआई कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट को भी बताने जा रहे हैं कि यह पराली को जलाने से रोकने का प्रभावी तरीका है। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के लोगों और पूसा संस्थान ने पराली जलाने का किफायती उपाय ढूंढ़ लिया है।