Delhi Pollution Update: सीएम अरविंद केजरीवाल ने खेतों में पराली गलाने के लिए किया बायो डी-कंपोजर का छिड़काव
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में 700-800 हेक्टेयर जमीन है, जहां धान उगाई जाती है और पराली निकलती है। अब ये घोल वहां छिड़का जाएगा। अगले कुछ दिन में छिड़काव हो जाएगा और 20-25 दिन में पराली खाद में बदल जाएगी।;
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हिरनकी गांव, नरेला से पराली गलाने के लिए बायो डी-कंपोजर का छिड़काव शुरू किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में 700-800 हेक्टेयर जमीन है जहां धान उगाई जाती है और पराली निकलती है। अब ये घोल वहां छिड़का जाएगा। अगले कुछ दिन में छिड़काव हो जाएगा और 20-25 दिन में पराली खाद में बदल जाएगी। आसपास के राज्यों में फिर से पराली जलाना शुरू हो गया है जिससे धुआं दिल्ली पहुंचने लगा है।
आपको बता दें कि दिल्ली में हवा तीसरे दिन बहुत ज्यादा खराब हो गई। इस मौसम में पहली बार हवा की गुणवत्ता इतनी खराब हुई है। दिल्ली में हवा की गति कम होने और तापमान कम होने के चलते प्रदूषक तत्त्वों के हवा में जमा होने लगा है। जिसके कारण दिल्ली की वायु गुणवत्ता मंगलवार सुबह बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गई।
पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की संख्या में वृद्धि पंजाब, हरियाणा और पाकिस्तान के नजदीकी क्षेत्रों में खेतों में पराली जलाने की घटना में वृद्धि भी दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता को प्रभावित करने वाली है महानगर में सुबह 9:30 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 304 दर्ज किया।
जो बहुत खराब श्रेणी में आता है। सोमवार को 24 घंटे का औसत एक्यूआई 261 रहा, जो फरवरी के बाद से सबसे खराब है। यह औसत रविवार को 216 और शनिवार को 221 दर्ज किया गया था। दिल्ली के वजीरपुर में एक्यूआई 380, विवेक विहार में 355 और जहाँगीरपुरी में 349 रही, जहां सबसे अधिक प्रदूषण का स्तर दर्ज किया गया।