Famers Protest: संजय राउत ने राकेश टिकैत से मुलाकात कर दिया बड़ा संदेश, किसान नेता ने सरकार के एक्शन पर दी ये प्रतिक्रिया
Famers Protest: किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि वो नंबर उन्हें चाहिए जिसपर सरकार ने कहा है कि वो एक फोन कॉल ही दूर हैं। राकेश टिकैत बोले कि जब वो पहले दिल्ली जा रहे थे, तब भी रास्तों में कीले लगाई गई थीं। अब हमें दिल्ली जाना ही नहीं है, तो फिर कील क्यों लगा रहे हैं इससे जनता को परेशानी होगी।;
Famers Protest नये कृषि कानूनों को लेकर केंद्र के खिलाफ दो महीनें से विरोध-प्रदर्शन जारी है। केंद्र ने किसानों से बातचीत के लिए सारे रास्ते खोली हुई है। लेकिन किसान अपनी मांगों पर अड़े है। वह इन कानूनों को रद्द करने की मांग कर रही है। उधर, शिवसेना के सांसद अरविंद सावंत और संजय राउत गाज़ीपुर बॉर्डर पर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत से मिले। जिसके बाद संजय राउत ने कहा कि हमारे शिवसेना के सभी सांसद यहां आए हैं। राकेश टिकैत से बात हो गई है और उन्हें जो संदेश देना था हमने दे दिया है। हम पूरी ताकत से उनके साथ रहेंगे। सरकार को ठीक से बात करनी चाहिए, बात में राजनीति नहीं आनी चाहिए।
दिल्ली की बॉर्डरों पर बेहद कड़ी सुरक्षा भी की जा रही है। दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर पुलिस द्वारा घेराबंदी की गई है, जहां बैरिकेडिंग लगाई गई है और साथ ही कीलें भी लगा दी गई हैं। सरकार के एक्शन पर क्या बोले राकेश टिकैत? इस सबके बीच किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि वो नंबर उन्हें चाहिए जिसपर सरकार ने कहा है कि वो एक फोन कॉल ही दूर हैं। राकेश टिकैत बोले कि जब वो पहले दिल्ली जा रहे थे, तब भी रास्तों में कीले लगाई गई थीं। अब हमें दिल्ली जाना ही नहीं है, तो फिर कील क्यों लगा रहे हैं इससे जनता को परेशानी होगी।
'ये रोटी को संदूक में बंद करने की साजिश'
राकेश टिकैत बोले कि जितने जनता के रास्ते बंद होंगे, उतना ही लोगों को पता लगेगा कि कौन किसके लिए कील लगा रहा है। ये रोटी को संदूक में बंद करने की साजिश है, ये जनता जान चुकी है। राकेश टिकैत बोले कि 6 फरवरी को जो बंद किया जाएगा, उसमें पब्लिक को परेशान नहीं किया जाएगा। किसानों की महापंचायत में लगातार नेताओं की एंट्री पर राकेश टिकैत ने कहा कि ये तो मेला है, जहां हर कोई आ रहा है। लेकिन कोई यहां पर आकर वोट तो नहीं मांग रहा है। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन तो अब अक्टूबर-नवंबर तक जाएगा क्योंकि एक कहावत है कि जो मेले में खोता है वह मेले में ही मिलता है, तो 4-5 दिन में मामला सुलझा नहीं तो पूरे एक साल तक जाएगा।
गाज़ीपुर बॉर्डर को ट्रैफिक की आवाजाही के लिए बंद
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने कहा कि किसानों के विरोध प्रदर्शन की वजह से गाज़ीपुर बॉर्डर को ट्रैफिक की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है। आनंद विहार, चिल्ला, डीएनडी, अप्सरा, भोपरा और लोनी सीमाओं से वैकल्पिक मार्ग लें। आपको बता दें कि प्रतिदिन गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों की संख्या बढ़ती जा रही है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलावा हरियाणा से भी बड़ी संख्या में किसान यहां पहुंच रहे हैं।