Farmers Protest: किसान आंदोलन पर भी कोरोना की मार, दिल्ली-मेरठ हाइवे से हटाए गए बैरिकेडिंग, गाजियाबाद जाने वाला रास्ता खुला
Farmers Protest: भारतीय किसान यूनियन के मीडिया प्रभारी ने बताया कि पुलिस की ओर से दिल्ली से गाजियाबाद जाने वाले रास्ते की तीन लेन को खोला गया है। किसानों के आह्वान के बाद ही पुलिस ने यह फैसला लिया है। दरअसल, आम लोगों को हो रही परेशानी के चलते कई दिनों से किसान प्रशासन से इस रास्ते को खोलने की मांग कर रहे थे।;
Farmers Protest नए कृषि (Farm Laws) कानूनों को लेकर केंद्र (Central Government) के खिलाफ किसानों (Farmers) का आंदोलन जारी है। पिछले कई महीने से किसान दिल्ली के बॉर्डर (Delhi Border) पर प्रदर्शन कर रहे है। लेकिन दिल्ली सहित पूरे देश में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है। इसी को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर (Ghazipur Border) पर रविवार देर रात दिल्ली से गाजियाबाद की ओर जाने वाले रास्ते को खोलने का काम शुरू कर दिया गया है। दिल्ली-मेरठ हाईवे (Delhi-Meerut Highway) पर लगी बैरिकेडिंग को हटा लिया गया है, लेकिन अभी तक पुलिस ने इस मामले में कोई भी आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की है। किसान संगठनों ने कहा कि उनके कहने पर ही दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने इस रास्ते को खोला का काम किया है।
भारतीय किसान यूनियन ने कही ये बात
भारतीय किसान यूनियन के मीडिया प्रभारी ने बताया कि पुलिस की ओर से दिल्ली से गाजियाबाद जाने वाले रास्ते की तीन लेन को खोला गया है। किसानों के आह्वान के बाद ही पुलिस ने यह फैसला लिया है। दरअसल, आम लोगों को हो रही परेशानी के चलते कई दिनों से किसान प्रशासन से इस रास्ते को खोलने की मांग कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर गाजियाबाद से दिल्ली की ओर जाने वाली सभी लेन अभी भी बंद हैं और यहां पर किसान धरने पर बैठे हुए हैं। हालांकि, इस मामले में पुलिस ने आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की है।
सरकार कोरोना वायरस से लड़े, किसानों से नहीं: एसकेएम
संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने कहा कि सरकार को कोरोना वायरस से लड़ना चाहिए, किसानों से नहीं। उन्होंने दोहराया कि मांगें पूरी होने के बाद ही किसान अपना आंदोलन खत्म करेंगे। एसकेएम ने सरकार से किसानों के प्रदर्शन स्थलों पर भी टीकाकरण केन्द्र स्थापित करने और वायरस से बचाव के लिए उन्हें जरूरी उपकरण मुहैया कराने तथा निर्देश देने का अनुरोध किया। संगठन ने एक बयान में कहा कि ऐसे समय में जब महामारी एक बार फिर पैर पसार चुकी है, तब केन्द्र सरकार को उन किसानों और मजदूरों की फिक्र करते हुए तत्काल प्रभाव से इस स्थिति से निपटना चाहिए, जिन्हें उसने नजरअंदाज कर दिया है।