Farmers Protest: राघव चढ्डा बोले- किसानों के बैंक में पैसा डालकर उन्हें बरगलाने की हो रही कोशिश
Farmers Protest: राघव चढ्डा ने कहा कि देश के किसान कह रहे हैं कि नए कृषि क़ानूनों की वजह से खेती व्यवस्था पूरी तरह से चंद उद्योगपतियों के हाथों में चली जाएगी। फिर भी मोदी सरकार अड़ी है।;
Farmers Protest नये कृषि कानूनों को लेकर केंद्र के खिलाफ पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसानों का विरोध-प्रदर्शन जारी है। किसान आंदोलन का आज 30वां दिन है। दिल्ली की सर्दी में किसान अभी भी बॉर्डरों पर डटे हुये है। उनका कहना है कि ये काला कानून खत्म किया जाए। ये कानून किसानों के खिलाफ है। इस आंदोलन का देश-दुनिया से समर्थन मिल रहा है। इसी बीच, आम आदमी पार्टी के नेता राघव चढ्डा ने कहा कि देश के किसान कह रहे हैं कि नए कृषि क़ानूनों की वजह से खेती व्यवस्था पूरी तरह से चंद उद्योगपतियों के हाथों में चली जाएगी। फिर भी मोदी सरकार अड़ी है।
किसानों के बैंक में पैसा डाल दो, उनके साथ बैठक कर दो यह सब किसानों को बरगलाने की कोशिश है। देश का किसान समझदार है। इससे पहले, दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ने शुक्रवार को कहा कि कृषि क़ानूनों को बनाने से पहले सरकार ने कोई मंथन नहीं किया, जितना इस आंदोलन के बाद आज किया। संसद का विशेष सत्र बुलाया जाना चाहिए और क़ानून वापस लेने चाहिए। किसान, विपक्ष और विशेषज्ञों के साथ बात कर नए सिरे से क़ानून लाकर किसान और देश का हित किया जाए।
इससे पहले उन्होंने कहा था कि सरकार सोच रही है कि किसानों को घुमाते रहेंगे और किसान थक हारकर वापस चले जाएंगे। इन 3 कानूनों को वापस लेकर नया कानून बनाने की जरूरत है। किसानों को जबरदस्ती नहीं समझाया जा सकता है। सरकार केवल अपने अहंकार पर अड़ी हुई है। भारतीय किसान यूनियन ने आज कहा कि हम अटल जी की जयंती पर बहुत आशावान हैं कि प्रधानमंत्री कुछ ऐसा कहेंगे जिससे हमारी समस्याओं का समाधान होगा और हमें इन कानूनों से मुक्ति मिलेगी और इनकी जगह पर किसानों से वार्ता करके मजबूत कानून आएंगे और हमें MSP पर कानून मिलेगा।