फर्जी वीजा रैकेट में शामिल चार ईओडब्ल्यू ने किये अरेस्ट
आर्थिक अपराध शाखा ने जाली वीजा के सहारे विदेश भेजने और अच्छी सेलरी वाली नौकरी का झांसा देकर ठगी करने वाले रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस सिलसिले में अभी चार लोग अरेस्ट किये गये हैं।;
आर्थिक अपराध शाखा ने जाली वीजा के सहारे विदेश भेजने और अच्छी सेलरी वाली नौकरी का झांसा देकर ठगी करने वाले रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस सिलसिले में अभी चार लोग अरेस्ट किये गये हैं। इनमें एक महिला भी शामिल है। पुलिस ने इन्हें सिद्धार्थ नगर, निजामुद्दीन से अरेस्ट किया है। आरोपियों के खिलाफ पुलिस को अभी तक यूपी, बिहार, राजस्थान और पूणे के लोगों की 80 शिकायतें मिल चुकी थी।
डीसीपी जितेंद्र मीणा के अनुसार जनकपुरी में स्थित फिजा प्लेसमेंट एजेंसी के खिलाफ शिकायत मिली थी। आरोपी सोशल मीडिया के संपर्कों को लालच देते थे कि उन्हें गल्फ कंट्री में अच्छी नौकरी दिलवाएंगे। लेकिन किसी को बाहर नहीं भेजा और ऑफिस बदलकर फरारा हो गये। इन्होंने कनॉट प्लेस में दूसरा ऑफिस खोला था।
पकड़े गये आरोपियों के नाम राम अनमोल ठाकुर नेपाल निवासी, अरशद, गुलबहार अली और श्रुति है। इनसे 360 पासपोर्ट, 59 फर्जी वीजा, 29 नकली स्टैंप, एक लैपटॉप, मोबाइल और कंप्यूटर बरामद हुये हैं। इनका शिकार बने कई लोग ऐसे भी थे जो अपनी जमीन बेचकर व जूलरी गिरवी रखकर विदेश जाना चाहते थे। इनके पास से बरामद हुये पासपोर्ट असली है। आरोपी प्रत्येक व्यक्ति से 80 हजार से एक लाख रुपये तक चार्ज करते थे। अरशद कुवैत में रहकर आया है। उसे अरबी भाषा भी आती है। उसके सहारे वह लोगों को आसानी से लुभा लेता था।