डीपीएस रोहिणी की मान्यता रद्द होने से अधर में लटका सैकड़ों बच्चों का भविष्य: डीएसपीएसएमए
दिल्ली पब्लिक स्कूल रोहिणी की मान्यता रद्द होने के बाद दिल्ली स्टेट पब्लिक स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन (डीएसपीएसएमए) ने कहा है कि इस फैसले से यहां पढ़ने वाले हजारों बच्चों का भविष्य अधर में लटक गया है।;
दिल्ली पब्लिक स्कूल रोहिणी की मान्यता रद्द होने के बाद दिल्ली स्टेट पब्लिक स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन (डीएसपीएसएमए) ने कहा है कि इस फैसले से यहां पढ़ने वाले हजारों बच्चों का भविष्य अधर में लटक गया है। डीएसपीएसएमए के अध्यक्ष आर सी जैन ने बयान जारी कर कहा कि दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा दिल्ली पब्लिक स्कूल रोहिणी की मान्यता समाप्त करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है, खासकर यहां पढ़ने वालों बच्चों को लेकर। क्योंकि स्कूल प्रबंधन के किसी निर्णय के कारण स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को सजा देना किसी भी हालत में उचित नहीं ठहराया जा सकता।
उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग का यह कहना है कि स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों , शिक्षकों व कर्मचारियों को दिल्ली पब्लिक स्कूल की अन्य -शाखाओं में स्थानांतरित किया जाएगा, किसी भी अभिभावक की इच्छा के विरुद्ध - इस प्रकार का कदम कैसे उठा सकता है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या दिल्ली सरकार को पता नहीं कि दिल्ली पब्लिक स्कूल की अन्य स्कूलों में इन अतिरिक्त बच्चों को बैठाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। वहीं जिन मां बाप ने अपने बच्चों को अपने घर के नजदीक या फिर इस स्कूल की -शिक्षा व्यवस्था से प्रभावित होकर बच्चों को इस स्कूल में दाखिल कराया था उनका क्या होगा।
डीएसपीएसएमए इस कदम को दुर्भाग्यपूर्ण और एकतरफा लिया गया फैसला मानता है। सरकार को इस फैसले से पहले स्कूली बच्चों के अभिभावकों व टीचर एसोसिएशन से बात करके ही कोई फैसला लिया जाना चाहिए था। जैन ने सरकार की नीयत पर शक जाहिर करते हुए सवाल उठाया कि क्या सरकार के पास सरकारी आदेश का पालन न करने वाले स्कूलों की मान्यता रद्द करने के अतिरिक्त और कोई विकल्प नहीं है। क्योंकि ऐसे फैसलों का परिणाम अंतत अभिभावकों और शिक्षकों को भुगतना पड़ता है। जैन ने सरकार से कहा है कि मान्यता वापिसी के आदेश तुरंत जारी करे।