गुरुग्राम की 500 से अधिक ये कंपनियां नोएडा में होगी शिफ्ट, युवाओं की होगी बल्ले-बल्ले

इन कंपनियों के पलायन एक बड़ा कारण हरियाणा सरकार (Haryana Government) का नया कानून है। जिसके तहत अब वहां के करीब 80 प्रतिशत लोकल लोगों को भर्ती देनी होगी, लेकिन इन कंपनियों में पहले ही 75 फीसदी बाहर के रहने वाले लोग काम कर रहे हैं।;

Update: 2021-03-22 06:11 GMT

हाईटेक शहर के युवाओं के लिए खुशी की खबर सामने आई है। क्योंकि नोएडा में होते अभूतपूर्व विकास (Noida Development) के कारण कंपनियों का ध्यान अपनी तरफ खिंचा है और जल्द ही गुरुग्राम (Gurugram) की लगभग 500 से अधिक कंपनियां अब नोएडा (Noida) में अपना डेरा जमाने वाली है। इसके लिए इन कंपनियों ने नोएडा के सेक्टर 29 (Noida Sector 29) में पहले से ही जमीन देख ली है और अब नोएडा प्राधिकरण (Noida Authority) इन कंपनियों को जल्द से जल्द शिफ्ट करने की तैयारी में है। वहीं इन कंपनियों के नोएडा आ जाने से यहां के युवाओं को रोजगार के बेहतरीन साधन उपलब्ध हो जाएंगे। आपको बता दें कि इन कंपनियों के पलायन एक बड़ा कारण हरियाणा सरकार (Haryana Government) का नया कानून है। जिसके तहत अब वहां के करीब 80 प्रतिशत लोकल लोगों को भर्ती देनी होगी, लेकिन इन कंपनियों में पहले ही 75 फीसदी बाहर के रहने वाले लोग काम कर रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक, नोएडा के सेक्टर-29 में गुरुग्राम की ऑटो कम्पोनेंट, कंस्ट्रक्शन और गारमेंट एक्सपोर्ट समेत कई बड़ी कंपनियां शिफ्ट होने जा रही है। ईएमटी इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के पदाधिकारी ने कहा कि अब वह उत्तर प्रदेश में अपनी इंडस्ट्रियों को लेकर आएंगे। इसके लिए नोएडा के सेक्टर-29 में जमीन देखी गई है। जिसके बाद अब नोएडा प्राधिकरण से इस मामले में आगे बातचीत बढ़ाई जा रही है। नोएडा में कंपनियों के आने के बाद मालिकों को एक यह भी फायदा होगा कि कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर जेवर एयरपोर्ट है। ऐसे में कंपनियों से निकलने वाला माल देश के सारे शहरों में आसानी से पहुंचाया जा सकता है

ज्ञात हो तो हरियाणा में बीजेपी और जेजेपी की गठबंधन की सरकार चल रही है। जेजेपी के अध्यक्ष दुष्यंत चौटाला ने विधानसभा चुनाव के दौरान वादा किया था कि अगर उनकी सरकार बनी तो प्राइवेट सेक्टर में हरियाणा के युवाओं को 80 फ़ीसदी नौकरियां देंगे। कुछ दिन पहले ही दुष्यंत चौटाला ने इस वादे को पूरा करने के लिए वहां की सरकार ने कानून बनाया है। जिससे हरियाणा के कॉरपोरेट सेक्टर में खलबली मची हुई है। यही वजह है कि वहां की कंपनियां बड़े पैमाने पर पलायन करने की तैयारी में हैं। जिसका फायदा उत्तर प्रदेश और नोएडा के तीनों विकास प्राधिकरण के साथ-साथ यहां के युवाओं को मिलने जा रहा है।

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