CM केजरीवाल ने दिल्ली के मजदूरों को दिया दिवाली गिफ्ट, बढ़ाया न्यूनतम वेतन, जानिए अब कितनी मिलेगी सैलरी
दिल्ली सरकार ने दिवाली से पहले सभी श्रमिकों का न्यूनतम वेतन बढ़ाने का फैसला किया है। इसका लाभ लिपिक और सुपरवाइजर वर्ग के कर्मचारियों को भी मिलेगा।;
राष्ट्रीय राजधानी की सत्ता में बैठी केजरीवाल सरकार (kejriwal government) ने दिवाली से पहले दिल्ली के श्रमिकों को दिवाली गिफ्ट (diwali gift) दिया है। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने दिल्ली के सभी अकुशल, अर्ध कुशल और अन्य श्रमिकों के न्यूनतम मासिक वेतन (minimum monthly salary) में बढ़ोत्तरी करने का आदेश जारी किया है। लिपिक और सुपरवाइजर वर्ग के कर्मचारियों को भी इस बढ़ोत्तरी का लाभ मिलेगा। बढ़ती हुई महंगाई के बीच गरीब और मजदूर वर्ग के हितों को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है।असंगठित क्षेत्र के ऐसे श्रमिक जिन्हें केवल न्यूनतम मजदूरी मिलती है, उनके महंगाई भत्ते पर रोक नहीं लगाई जा सकती। इसलिए दिल्ली सरकार ने महंगाई भत्ते जोड़कर इस नए न्यूनतम वेतन की घोषणा की है।
कितना बढाया गया न्यूनतम वेतन
दिल्ली सरकार ने नए न्यूनतम वेतन के अंतर्गत निम्न श्रमिकों का इतना वेतन बढ़ाया गया है-
- अर्ध कुशल श्रमिकों के न्यूनतम मासिक वेतन को 18,187 रुपये से बढ़ाकर 18,499 रुपये कर दिया गया है।
- अकुशल मजदूरों के न्यूनतम मासिक वेतन को 16,506 रुपये से बढ़ाकर 16,792 रुपये कर दिया गया है।
- कुशल श्रमिकों के न्यूनतम वेतन को 20,019 रुपये से बढ़ाकर 20,357 रुपये किया गया है।
इसके अलावा सुपरवाइजर और लिपिक वर्ग के कर्मचारियों की न्यूनतम वेतन में बढ़ोत्तरी की गई है-
- गैर मैट्रिक कर्मचारियों का न्यूनतम मासिक वेतन 18,187 रूपये से बढ़ाकर 18,499 रुपये कर दिया गया है।
- मैट्रिक लेकिन गैर स्नातक कर्मचारियों का न्यूनतम मासिक वेतन 20,019 रूपये से बढ़ाकर 20,357 रुपये कर दिया गया है।
- ग्रेजुएट और इससे ऊपर पढ़े कर्मचारियों का न्यूनतम मासिक वेतन 21,756 से बढ़ाकर 22,146 रुपये कर दिया गया है।
दिल्ली में न्यूनतम वेतन सबसे ज्यादा, बोले सिसोदिया
डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में श्रमिकों को मिलने वाला न्यूनतम वेतन देश के सभी राज्यों से ज्यादा है। केजरीवाल सरकार दिल्ली के सभी मजदूरों को राहत देने के लिए हर छह महीने बाद महंगाई भत्ते को बढ़ाती है। मनीष सिसोदिया ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में मजदूर भाइयों के हितों का ध्यान रखते हुए सरकार ने उनका न्यूनतम वेतन बढ़ाने का काम किया है। पिछले दो सालों में कोरोना ने समाज के हर वर्ग को आर्थिक रूप से प्रभावित किया है। ऊपर से दिन प्रतिदिन महंगाई भी बढ़ रही है, जिससे लोगों की कमर टूट गई है। ऐसे में इस बढ़ोतरी से मजदूर भाइयों को आर्थिक सहायता मिलेगी।