Delhi: लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का शातिर बदमाश अजीत गिरफ्तार, गोल्डी बरार और मोनू डागर का है करीबी

Delhi: लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बराड़ और मोनू डागर सिंडिकेट के सक्रिय बदमाश अजीत को स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है।;

Update: 2023-09-01 16:27 GMT

Delhi: लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बराड़ और मोनू डागर सिंडिकेट के सक्रिय बदमाश अजीत को स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है। पूछताछ में पता चला कि आरोपी गैंगस्टर गोल्डी बरार और अनमोल बिश्नोई के संपर्क में था और उनके द्वारा दिए गए कई टारगेट के बारे में जानकारी रखता था। इस पर हत्या, हत्या के प्रयास, आर्म्स एक्ट समेत करीब 16 मामले शामिल थे। इसके पास से पांच कारतूस और एक सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल बरामद हुई है।

दिल्ली स्पेशल सीपी एचजीएस धालीवाल के अनुसार, अजीत सोनीपत, हरियाणा का रहने वाला है। इसे कई मामलों में भगोड़ा घोषित किया जा चुका था। इस पर हरियाणा में आर्म्स एक्ट और डकैती के प्रयास के भी मामले दर्ज थे। इसे रोहिणी हेलीपोर्ट के पास से दबोचा गया। इसके पिता एक ट्रक ड्राइवर थे और 2001 में उनका निधन हो गया था। अजीत ने 12वीं कक्षा तक पढ़ाई की है। स्कूली शिक्षा के बाद वह सिंघु बॉर्डर इलाके में अपने मामा के घर रहने लगा, जहां वह अवैध ड्रग्स के आपूर्तिकर्ताओं के संपर्क में आया। जल्द ही वह अवैध ड्रग्स की सप्लाई में शामिल हो गया। इसके चलते वह कई बार जेल गया।

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उन्होंने आगे बताया कि 2016 में सोनीपत जेल में वह अनमोल बिश्नोई और गोल्डी बरार के करीबी मोनू डागर के संपर्क में आया। जल्द ही दोनों अच्छे दोस्त बन गए। जेल से बाहर आने के बाद वह फेसबुक के जरिए मोनू डागर के संपर्क में रहा और मोनू डागर के जरिए वह अनमोल बिश्नोई और गोल्डी बरार के संपर्क में आया। जनवरी 2023 में उसे अनमोल बिश्नोई द्वारा जबरन वसूली के लिए करनाल में एक ट्रैवल एजेंट का अपहरण करने का काम सौंपा गया था, लेकिन योजना विफल हो गई और इसके साथी को पुलिस ने पानीपत में दबोच लिए गए। हालांकि, अजीत भागने में सफल रहा था। 

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