MCD Elections 2022: इन 5 वजहों से AAP ने छीना एमसीडी में बीजेपी का 15 सालों का राज
दिल्ली नगर निगम में भारतीय जनता पार्टी 15 सालों से सत्ता में रही है। लेकिन आम आदमी पार्टी ने भाजपा के सभी तंत्र-मंत्र फेल करते हुए बहुमत हासिल कर लिया है। भाजपा की हार के वो पांच कारण जिसकी वजह से आप ने जीत हासिल कर ली।;
दिल्ली नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी ने परचम लहरा दिया है। एमसीडी में 15 सालों से भारतीय जनता पार्टी सत्ता पर काबिज थी, लेकिन इस बार आप ने भाजपा का सपना तोड़ दिया। आम आदमी पार्टी ने पूर्ण बहुमत हासिल करते हुए 134 सीटों पर जीत दर्ज की है। भारतीय जनता पार्टी ने 104 सीटें, कांग्रेस ने 9 सीटों पर जीत दर्ज की है। तो वहीं तीन सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने कब्जा किया है।
दिल्ली नगर निगम में भारतीय जनता पार्टी 15 सालों से सत्ता में रही है। लेकिन आम आदमी पार्टी ने भाजपा के सभी तंत्र-मंत्र फेल कर दिए। आइए आपको बताते हैं भाजपा की हार के वो पांच कारण जिसकी वजह से आप ने जीत हासिल की ली।
1. इस बार के चुनाव में सत्ता विरोधी लहर चरम पर देखने को मिली है। जिसके कारण करीब 50 फीसदी ही मतदान हो सका। भाजपा के मतदाता घर से बाहर कम निकले और आप मतदाताओं ने जमकर पार्टी के पक्ष में वोट किए।
2. बीजेपी की बदले की राजनीति को आम आदमी पार्टी लोगों को समझाने में कामयाब रही। वहीं, जहां एक तरफ मनीष सिसोदिया के खिलाफ सीबीआई, ईडी की कार्रवाई और दूसरी तरफ जेल में बंद सत्येंद्र जैन के स्टिंग वीडियो का शायद ही दिल्ली के लोगों पर किसी तरह का असर पड़ा।
3. दिल्ली नगर निगम में कर्मचारियों का वेतन नहीं मिलना और बार-बार उनका हड़ताल पर बैठना भाजपा के खिलाफ रहा। गलियों में कूड़े के ढेर, खराब सड़कें और एमसीडी स्कूल की बदहाली जैसे मुद्दे आप के लिए फायदेमंद रहे।
4. आम आदमी पार्टी दिल्ली की जनता को विश्वास दिलाने में कामयाब रही कि दिल्ली को डबल इंजन की सरकार की दरकार है और आप पार्टी ही दिल्ली को बेहतर कर सकती है। सीएम अरविंद केजरीवाल की बातें और वादे दोनों लोगों को पसंद आई।
5. सीएम अरविंद केजरीवाल का सॉफ्ट हिंदुत्व भी आम आदमी पार्टी के पक्ष में रहा। जिसके कारण भाजपा के तमाम लोकल नेता निगम चुनाव में पार्टी को जीत दिलाने में असफल रहे।