MCD की हुई खस्ता हालत, LG विनय कुमार सक्सेना ने वित्तीय हालत के लिए जनता से मांगे सुझाव, की ये अपील

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना (Vinay Kumar Saxena) ने बुधवार को दिल्ली नगर निगम (Municipal Corporation of Delhi) की बिगड़ती आर्थिक स्थिति (economic situation) में सुधार के लिए जनता से सुझाव मांगे।;

Update: 2022-07-06 11:32 GMT

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना (Vinay Kumar Saxena) ने बुधवार को दिल्ली नगर निगम (Municipal Corporation of Delhi) की बिगड़ती आर्थिक स्थिति (economic situation) में सुधार के लिए जनता से सुझाव मांगे। उन्होंने लोगों से अपने संपत्ति कर और बकाया का भुगतान करने का भी आग्रह किया ताकि नगर निगम को आर्थिक रूप से स्थिर बनाया जा सके।

उपराज्यपाल ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2019-2020 और 2021-22 के बीच दिल्ली नगर निगम का नकद घाटा 2,756.32 करोड़ रुपये था। सक्सेना ने ट्विटर पर कहा कि मौजूदा वित्तीय संकट (financial crisis) पिछले वित्तीय कुप्रबंधन और अधिकांश निवासियों द्वारा संपत्ति कर का भुगतान न करने के कारण उत्पन्न हुआ है। उन्होंने ट्वीट किया, "एमसीडी दिल्ली में 94 प्रतिशत सेवाएं प्रदान करता है।

पिछले वित्तीय कुप्रबंधन और लगभग 75 प्रतिशत निवासियों द्वारा किसी भी संपत्ति कर का भुगतान न करने के कारण यह खतरे में आ गया है। यह समय है कि हम - भारत के सबसे अमीर लोगों में से एक के निवासी शहरों, एमसीडी (MCD) को ईमानदारी से बकाया भुगतान करें। आपके सुझावों और भागीदारी से इसे प्राप्त करने में मदद मिलेगी। वित्तीय वर्ष 2019-2020 और 2021-22 के बीच एमसीडी की कुल आय 31,861.81 करोड़ रुपये थी, जबकि खर्च 34,618.17 करोड़ रुपये था।

इसलिए इस अवधि के लिए नगर निगम का नकद घाटा 2,756.32 करोड़ रुपये रहा। उपराज्यपाल (Governor) द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली का क्षेत्रफल 1,483 वर्ग किलोमीटर है और एमसीडी का अधिकार क्षेत्र इसके कुल क्षेत्रफल का 94.2 प्रतिशत है। दिल्ली की कुल आबादी का 98 प्रतिशत एमसीडी क्षेत्रों में रहता है। सक्सेना ने कहा कि नगर निगम (Municipal Corporation) के कर्मचारियों का वेतन, पेंशन बकाया और अन्य वित्तीय देनदारियां 9,261.95 करोड़ रुपये हैं। यह पांचवीं बार है जब उपराज्यपाल (Municipal Corporation) लोगों से सुझाव मांगे हैं।

Tags:    

Similar News