NCERT की नकली किताबें छापने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़, 80 हजार प्रिंटेड पेज जब्त, एक आरोपी गिरफ्तार
डीसीपी ने बताया कि फैक्ट्री से करीब 5 हजार नकली किताबें और एनसीईआरटी की मुद्रित सामग्री बरामद की गयी जिसकी कीमत 35 लाख रुपये के आसपास है। पुलिस ने बताया कि कई मामलों में केस दर्ज किया गया है। फैक्ट्री पर 18 सितंबर को छापा मारे जाने के बाद से ही जैन फरार था। उन्होंने बताया कि एक खुफिया सूचना मिलने के बाद सतर्कता अधिकारी और एनसीईआरटी के एक अधिकारी के साथ मिलकर छापा मारा गया।;
दिल्ली के नंदनगरी इलाके (Nand Nagari) में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) की नकली किताबें (Fake Books) छापने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ (Factory Busted) किया गया है। पुलिस (Delhi Police) ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार (One Accused Arrested) किया है। इनकी पहचान मनोज जैन (38) के रूप में हुई है। दिल्ली पुलिस को यहां से करीब 80 हजार प्रिंटेड पेज मिले हैं जिसको करीब 12 हजार किताबों में प्रयोग करना था और यहां से करीब 5 हजार नकली किताबें बरामद हुई हैं।
जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने शाहदरा निवासी आरोपी मनोज जैन को गिरफ्तार किया है। जैन करीब आठ वर्षों से छपाई के कारोबार में था और उसने जनवरी 2020 में मंडोली में यह फैक्ट्री शुरू की थी। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाए लॉकडाउन के दौरान उसे कारोबार में भारी घाटा हुआ था। उन्होंने बताया कि घाटे की भरपायी के लिए उसने एनसीईआरटी की नकली किताबों की छपाई शुरू कर दी थी।
डीसीपी ने बताया कि फैक्ट्री से करीब 5 हजार नकली किताबें और एनसीईआरटी की मुद्रित सामग्री बरामद की गयी जिसकी कीमत 35 लाख रुपये के आसपास है। पुलिस ने बताया कि कई मामलों में केस दर्ज किया गया है। फैक्ट्री पर 18 सितंबर को छापा मारे जाने के बाद से ही जैन फरार था। उन्होंने बताया कि एक खुफिया सूचना मिलने के बाद सतर्कता अधिकारी और एनसीईआरटी के एक अधिकारी के साथ मिलकर छापा मारा गया।
डीसीपी ने कहा कि इन खराब गुणवत्ता वाली नकली किताबों को सस्ती दरों पर बाजार में आपूर्ति की जा रही थी जिससे एनसीईआरटी को राजस्व का भारी नुकसान हो रहा था। इस फैक्ट्री में छठी और 12वीं कक्षा की विभिन्न विषयों पर एनसीईआरटी की नकली किताबें प्रकाशित की गयीं। उन्होंने बताया कि मामले की जांच चल रही है।