इस शहर के लोग 20 दिनों में ही गटक गए एक अरब की शराब, कोरोना महामारी के कारण लागू था लॉकडाउन
आबकारी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि देसी शराब की सबसे ज्यादा खपत लेबर क्लास में होती है। लॉकडाउन और यूपी बॉर्डर बंद होने के बावजूद भी नोएडा में शराब की जबरदस्त बिक्री हुई है। यहां गाइडलाइंस के मुताबकि, सुबह 10 से 5 बजे तक ठेके खुलने की अनुमति थी, इससे बावजूद भी ठेकों के बाहर लाइनें लगी।;
दिल्ली से सटे नोएडा (Noida) में हैरान करने वाली बात सामने आई है। कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के कारण लगे लॉकडाउन (Lockdown) में यहां के लोगों ने कुछ ही दिनों में 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की शराब पी गए। यूपी के नोएडा में लॉकडाउन लगे होने के बावजूद भी शराब (Wine) की जमकर बिक्री हुई है। जिला आबकारी अधिकारी (Excise Department) ने बताया कि शराब बिक्री से मई महीने में तकरीबन एक अरब रुपये की राजस्व की प्राप्ति हुई है। आपको बता दें कि पिछले साल की मई के मुकाबले इस साल मई में कुल 31 प्रतिशत राजस्व प्राप्त हुआ। मई में देसी शराब की कुल खपत दस लाख लीटर रही। शराब की बिक्री से बड़ा राजस्व सरकार को जाता है।
सुबह 10 से 5 बजे तक ठेके खुलने की थी अनुमति
आबकारी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि देसी शराब की सबसे ज्यादा खपत लेबर क्लास में होती है। लॉकडाउन और यूपी बॉर्डर बंद होने के बावजूद भी नोएडा में शराब की जबरदस्त बिक्री हुई है। यहां गाइडलाइंस के मुताबकि, सुबह 10 से 5 बजे तक ठेके खुलने की अनुमति थी, इससे बावजूद भी ठेकों के बाहर लाइनें लगी। यही कारण है कि महज़ 20 दिनों में करीब 125 करोड़ रुपये से ज़्यादा की शराब नोएडा में बिक्री मई महीने में तकरीबन 1 अरब रुपये के राजस्व की हुई प्राप्ति।
कई दुकानों के खिलाफ हुई कार्रवाई
यूपी आबकारी विभाग ये सुनिश्चित कर रहा है कि शराब की बिक्री नियमानुसार हो। अप्रैल और मई महीने में 11 वाहन पकड़े गए। इस मामले में 25 लोगों को जेल भेजा गया। अधिकारी के मुताबिक ओवर रेटिंग के खिलाफ कार्रवाई जारी है। अब तक 5 दुकानों को नोटिस भेजा गया है। 1 से 10 मई तक शराब की दुकानें बंद रहीं। पिछले महीने 11 मई को लंबे समय के बाद शराब की दुकानें खोली गईं तो जमकर बिक्री हुई।